जिला कांग्रेस व एबीवीपी ने सौंपा डीईओ को ज्ञापन
अम्बिकापुर
गर्मी को लेकर इस वर्ष मार्च के माह में लगभग 45 वर्षो का रिकार्ड टूटने के बाद पारा जहां 41 के करीब आ पहुचा है वही अब स्कूली बच्चो के आने जाने के लिए समस्या उत्पन्न हो गई है। इस चिलचिलाती गर्मी में स्कूल जाने वाले बच्चो का क्या हाल होगा यह सोच कर भी डर लगता है। गर्मी के लगातार बन रहे नए कीर्तिमान से अब अभिवावक भी डरने लगे है आज आभिवावाको ने जिला कांग्रेस कमेटी के साथ मिलकर जिला शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंप बच्चो की कक्षाए जुलाई माह से प्रारम्भ करने की मांग की है। इसके साथ ही अन्य कक्षाओं का समय परिवर्तन करने की भी मांग की गई है।
गौरतलब है की सरगुजा में जहां मार्च के महीने में ही मौसम में ठंडक बनी हुई थी दिन में गर्मी और रात में ठण्ड पद रही थी लेकिन मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में बढी गर्मी ने 45 साल पुराने रिकार्ड को तोड़ दिया और 30 मार्च 2017 को 40.7 का अधिकतम तापमान रहा है जो 1972 में इस दिन के अधिकतम तापमान 39.1 से अधिक है। तापमान पर नजर डाले तो एक सप्ताह पूर्व तेईस मार्च को अधिकतम तापमान 35.4 और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस था। हर रोज तेजी से दो डिग्री तापमान में बढ़ोत्तरी हुई। पांच दिन लगातार 37 डिग्री के ऊपर अधिकतम तापमान रहा। वही 31 मार्च की दोपहर तक पारा 41 के करीब पहुच चुका था।
कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन
जिला कांग्रेस के साथ मिलकर छात्रो के परेसान अभिवावाको ने जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंप कहा है की एल के जी, के जी वन, केजी टू की कक्षाए जुलाई 2017 से प्रारम्भ की जाए वही कक्षा पहली से आंठवी तक का समय सुबह सात बजे से ग्यारह बजे तक, कक्षा नौवीं से बारहवीं तक सात बजे से बारह बजे तक किये जाने की मांग की है। गर्मी के इस मौसम को देखते हुए सभी स्कूलों में पेयजल पंखो एवं रोशनी की उचित व्यवस्था करने की मांग की है। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव दुर्गेश गुप्ता, सैयद अख्तर हुसैन, आशीष सिन्हा, इन्द्रजीत धन्जल, मदन जायसवाल, राजीव दीक्षित, मोनू सिन्हा, दिनेश जायसवाल, प्रसान्त गोयल, रसीद हुसैन सहित अन्य कांग्रेस जन मौजूद थे।
विद्द्यार्थी परिषद् ने भी की स्कूल समय परिवर्तन की मांग
अखिल भारतीय विद्द्यार्थी परिषद् ने भीषण गर्मी को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापां सौंप कहा है की तापमान 40 डिग्री पहुच चुका है और निजी व शासकीय स्कूलों में अभी भी कक्षा दोपहर दो बजे से तीन बजे के बीच संचालित हो रही है। इसके कारण बच्चो के स्वास्थ पर विपरीत असर पड़ रहा है। परिषद् ने विद्यालयों का समय सुबह सात से ग्यारह बजे तक संचालिये किये जाने की मांग की है।
अक्षय मोहन भट्ठ मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिक श्री भट्ट के अनुसार सामान्यतया मार्च में उत्तर भारत में पश्चिमी विच्छोभ सक्रिय होता है जो छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, झारखंड से ओडीसा एवं वेस्ट बंगाल तक ऊपरी हवा में चक्रवात निर्मित करता है। यह चक्रवात अरब सागर एवम सुदूर मेडिटेरियन सागर से नमी लाता है जो हवा को शुष्क नहीं होने देता और तापमान नियंत्रित रहता है। पर पिछले एक सप्ताह से उत्तर भारत में कोई सिस्टम नमी की आपूर्ति नहीं कर रहा है ,स्थानीय नमी उत्सर्जक जैसे वन ,पोखर ,तालाब, नदी आदि की स्थिति अनुकूल नही रह गयी ,नतीजन हवा में आद्रता की कमी और राजस्थान के तरफ से शुष्क गर्म वायु का प्रवाह अंबिकापुर में कीर्तिमान बना रहा है ।