अम्बिकापुर कोल माफिया संजय मित्तल को दो दिन की पुलिस रिमांड के बाद शुक्रवार की देर शाम जेल दाखिल कर दिया गया। जेल जाने से पहले कोल व्यवसायी ने पुलिस के सामने कई खुलासे किए है परंतु फिलहाल पुलिस कुछ भी जानकारी बाहर नही आने देना चाह रही है। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि व्यवसायी से की गई पूछताछ के बाद पुलिस की टीम को उड़ीसा रवाना किया गया है। अब टीम के वापस लौटने के बाद कुछ बड़े खुलासे हो सकते है।
दरअसल सरगुजा पुलिस ने एसपी सदानंद कुमार के निर्देश पर कोल व्यवसायी संजय मित्तल व विनोद अग्रवाल के रघुनाथपुर स्थित कोल डीपो में छापा मारा था। एसडीओपी ऐष्वर्य चंद्राकर के नेतृत्व में पुलिस की स्पेशल टीम ने हिन्द यूनिट्रेड प्राइवेट लिमिटेड के डीपो में छापा मारा था। यहां महान2 से उड़ीसा के लिए निकले कोयले को पलटकर उसमे गुणवत्ताहीन कोयला डालने की पुष्टि होने पर पुलिस व माइनिंग ने डीपो को सील करने के साथ ही 17 ट्रक कोयला को जब्त किया था। इसके साथ ही मामले में भादवी की धारा 120 बी, 34, 381,420, 407,408 के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने मामले में कोल माफिया संजय मित्तल, मुंशी मिथलेश पांडेय, अंजनी कुमार पटेल, मो. मजीद व गुलजार को गिरफ्तार किया था जबकि संजय मित्तल का पार्टनर विनोद अग्रवाल, मैनेजर वरुण तिवारी, चंद्रेश्वर पैकरा फरार चल रहे थे। पुलिस ने गिरफ्तार 5 आरोपियों को न्यायालय में पेश किया था जहां से उन्हें 4 आरोपियों को कोर्ट ने जेल भेज दिया था जबकि संजय मित्तल को पुलिस ने दो दिन की रिमांड पर पूछताछ के लिए लिया था। दो दिनों तक पुलिस ने संजय मित्तल से गंभीरता से पूछताछ की जिसके बाद शुक्रवार की देर शाम संजय मित्तल को जेल दाखिल कर दिया गया है। पुलिस को संजय मित्तल से पूछताछ के बाद कई महत्वपूर्ण सुराग मिले है जिसके आधार पर टीम उड़ीसा के लिए रवाना हुई है। बताया जा रहा है उड़ीसा में पुलिस को कोयला तस्करी के बारे में कई महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते है।