अम्बिकापुर
महिलाओं की आबादी लगभग पुरूषों के बराबर है और जब आबादी बराबर है तो फिर आजाद़ी भी बराबर होनी चाहिए। इनका जन्म केवल घर के चारदिवारी के अंदर खाना बनाने, कपड़ा धोने और घर परिवार की सेवा के लिये नहीं हुआ, बल्कि ये भी वे कार्य कर सकती हैं जो पुरूष कर रहे हैं, जिन घरों में महिलाओं को आगे आने का मौका मिला है वहां महिलाओं ने अपने बुते पर उत्कृष्ठ कार्य करके दिखाया है। देश की महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी, पूर्व राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, महिला आईपीएस किरण बेदी, कल्पना चावला, सुनिता विलियम्स सहित कई ऐसे नाम हैं, जिन्होंने देश में अपने कार्यों द्वारा यह साबित किया है कि यदि महिलाओं को मौका मिले तो वे पुरूषों से भी आगे आकर दिखा सकती हैं।
उक्ताशय जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित महिला दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिये कार्य किया है और महिला दिवस पर महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम इसी बात का परिणाम है कि कांग्रेस ने महिलाओं को कार्य करने और संगठन को मजबुत करने का मौका दिया है। महापौर डाॅ. अजय तिर्की ने कहा कि महिलाओं को आगे लाने के लिये हमें हमेशा प्रयत्न करने की आवश्यकता है और इसकी शुरूआत अपने घरो से करनी होगी, सरकारी नियम-कानून के बाद तो काफी स्वतंत्रता मिली है, लेकिन फिर भी काफी घर-परिवार ऐसे हैं जो अभी भी बेटे और बेटी में भेद करते हैं। प्रदेश कांग्रेस सचिव तथा सभापित शफी अहमद ने कहा कि महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पहुंची कार्यकर्ताओं और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को केवल इतना ही कहना चाहता हूं कि ज्यादा नहीं महिलाओं के लिये बने कानून और योजनाओं का संचालन सही ढंग से हो केवल इसका ध्यान रखें, महिलाओं को और भी तेजी से आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। प्रदेश महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष मधु दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस ने महिलाओं को आगे लाने चुनावों में 33 प्रतिशत सीट आरक्षित कराने, पंचायती राज व्यवस्था में 50 प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित कराने सहित कई ऐसे कार्य किये हैं जो कि यह बताने के लिये काफी हैं कि हमने देश को पहली महिला प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष दिया है और महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिये लगातार प्रयासरत हैं। महिला कांग्रेस अध्यक्ष संध्या रवानी ने कहा कि हमें अपने घरों में महिलाओं को उत्पीड़न से बचाने बेटी और बहु के भेद को मिटाना होगा, बेटे और बेटी के भेद को मिटाना होगा, तभी हम पुरूषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लायक हो सकंेगे। कई घरों में ऐसी स्थिति है कि बेटी को स्वतंत्रता है किन्तु बहु पर कई तरह के रोकथाम आखिर ऐसा क्यों? इसे बदलने की आवश्यकता है, नशाबंदी कराने के लिये महिलाओं को आगे आने की आवश्यकता है तभी परिवार सही रहेगा। और देश का विकास संभव है। कार्यक्रम को मिडिया सेल अध्यक्ष द्वितेन्द्र मिश्रा, लीना जायसवाल, निलम सिंह, शेख नसीमा, दीपा राय, चित्रा मिश्रा, निर्मला केहरी, नसरीन अहसन, गीता प्रजापति, सीमा सोनी सहित अन्य वक्ताओं ने भी सम्बोधित किया, कार्यक्रम का संचालन जूही यादव ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ महिला कांग्रेस के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ताओं का सम्मान सहित स्वयं सहायता समूह संचालित करने वाले महिला समूहों को सम्मानित किया गया। तमन्ना परवीन, विमला यादव, सावित्री सारथी, हिरो बड़ा, उमा चैधरी, सरिता ठाकुर, समुन सिन्हा, सरोज सिंह, शकीला परवीन, संगीता देवी, रेणुका पाठक, कालिंदी, सुमित्रा, हमिदा बानो, प्रभा गुप्ता, सादिया, जहां आरा सहित काफी संख्या में कांग्रेसजन तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित थी।