अम्बिकापुर
सुकमा कलेक्टर रहते हुए 12 दिनो तक नक्सलियो के चंगुल मे रहने वाले आईएएस अधिकारी और वर्तमान मे बलरामपुर कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन एक बार फिर सुर्खियो मे है। इस बार उनकी सुर्खियां एक कथित वैज्ञानिक की संदेहास्पद मौत और मौत के बाद फैली तमाम अफवाहो से जुडी है। वैज्ञानिक की मौत जिले के घोर नक्सल प्रभावित जोकापाठ इलाके मे रविवार को उस वक्त हुई जब वैज्ञानिक और उनकी टीम के साथ कलेक्टर रात के अंधेरे मे पार्टी मना रहे थे।
जिले के शंकरगढ थाना क्षेत्र मे आने वाले माओवाद प्रभावित जोकापाठ अपनी बेहद ही खुबसूरत पहाडी और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए चर्चित है। लेकिन बीते रविवार को उस खूबसरती मे उस वक्त ग्रहण लग गया । जब रात को इन वादियो की खूबतसूरती का लुफ्त उठाने वंहा पंहुचे एक कथित वैज्ञानिक डाँ कृभाशंकर की 50 फिट गहरी खाई मे गिरने से मौत हो गई। दरअसल मृतक वैज्ञानिक कौन था कंहा से आया था, ये सवाल सबके जुबान पर है, लेकिन इसका जवाब जानने वाले बलरामपुर कलेक्टर मेनन इस मामले मे मीडिया से दूरी बनाए हुए है। लेकिन घटना के बाद आनन फानन ने कथित साईटिस्ट को अम्बिकापुर के एक निजी अस्पताल लाया गया। जंहा कलेक्टर के साथी को मृत घोषित कर दिया गया। इस मामले मे आज सरगुजा एसपी ने औपचारिक चर्चा मे बताया कि घायल साईंटिस्ट को अम्बिकापुर लाया गया था। जंहा उसकी मौत की पुष्टी के बाद पोस्टमार्डम किया गया था।
हैरत की बात है कि एक इंसान जिले के प्रशासनिक अधिकारियो की मौजूदगी मे मर गया, लेकिन उसकी मौत कैसे हुई ,वो कौन था इसका जवाब देने वाला बलरामपुर से लेकर सरगुजा तक कोई नही है। शायद यही वजह है कि बीते 15 तारिख से बलरामपुर मुख्यालय मे शासकीय मेहमान की हैसियत से रहने वाले कथित वैज्ञानिक की मौत लोगो के लिए एक पहेली बनी हुई है। हांलाकि दूसरी ओर अम्बिकापुर जिला अस्पताल मे कराए गए पोस्मार्डम की प्रारंभिक रिपोर्ट मे ये जरुर पता चला है कि कथित वैज्ञानिक की मौत सिर मे चोट की वजह से हुई है।
बलरामपुर के जोकापाट मे रात मे पिकनिक मनाने और कथित वैज्ञानिक कृभाशंकर की मौत केवल क्षेत्र के लोगो के लिए ही पहेली नही बनी हुई है, जबकि खुद प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव इस बात को लेकर हैरान है कि जिस व्यक्ति को साईंटिस्ट कहा जा रहा है आखिर वो था कौन । हांलाकि इस आसाधारण सी लगने वाली मौत की अनसुलझी गुत्थी को लेकर श्री सिंहदेव ने कहा कि जब घटना के वक्त खुद कलेक्टर मौजूद थे, तो मामले का खुलासा सबके सामने होना चाहिए. जिससे किसी प्रकार के संदेह और अफवाह से बचा जा सके।
बलरामपुर के घोर नक्सल प्रभावित जोकापाट मे कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन के साथी और कथित साईटिस्ट डाँ कृभाशंकर की मौत के बाद लोग ये जानने के लिए लालायित है कि आखिर रात के अंधेरे मे नक्सल प्रभावित क्षेत्र मे ,,, बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन अपने साथी साईंटिस्ट और जशपुर जिले चार कथित महिला एनजीओ कार्यकर्ताओ के साथ किस खुशी मे पिकनिक मना रहे थे। और आखिरकार साईटिस्ट की मौत के पहले वंहा कि परिस्थितयां क्या थी कि वो खाई से गिर गए।
गौरतलब है कि जोकपाट के जिस इलाके मे रात मे कलेक्टर और उसके साथी पिकनिक मना रहे थे। ये वही इलाका है जंहा से कुछ महीने पहले नक्सलियो की गिरफ्तारी हुई थी । इतना ही नही इस इलाके मे जंहा पुलिस दिन के उजाले मे जाने से कतराती है। वही विकास के कार्यो की मानिटरिंग के लिए आज तक यंहा गिने चुने अधिकारी ही पंहुच पाए है। ऐसे मे कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन की पिकनिक पार्टी और कथित साईंटिस्ट की मौत दोनो संदेह के दायरे मे है।
डाँ एन.के.पाण्डेय , सिविल सर्जन
जिला अस्पताल मे पोस्टमार्डम कराया गया है , प्रारंभित तौर पर ये पाया गया है कि मृतक के सर पर चोट लगने से मौत हुई है साथ ही मृतक के शरीर के भीतर के कई अंगो की स्थिती भी खराब पाई गई है।
सुंदरराज पी , पुलिस अधीक्षक सरगुजा
19 अक्टूबर की रात डाँ कृभाशंकर को जिला अस्पताल लाया गया था। जंहा उनके शव का पंचनामा के बाद पोस्टमार्डम कराया गया था। अब पोस्टमार्डम रिपोर्ट आने के बाद शून्य मे कायम किए गए मर्ग की डायरी बलरामपुर पुलिस को सौंप दी जाएगी।
टी.एस.सिंहदेव, विस नेता प्रतिपक्ष
जगदलपुर से लौट कर आने के बाद शंकरगढ के जोकापाट इलाके के ग्रामीणो ने फोन करके बताया कि बलरामपुर कलेक्टर अपने कुछ साथियो के साथ वंहा रात को गए थे। जंहा एक व्यक्ति की मौत की खबर मिली है। चूंकि घटना के वक्त खुद कलेक्टर वंहा मौजूद थे इसलिए मामले की सच्चाई लोगो के सामने आनी चाहिए। जिससे लोगो के बीच फैली अफवाह और शंका समाप्त हो सके।