रिंग रोड़ पर चलना हुआ मुश्किल , रहवासी परेशान , सामान्य सभा में हुआ हंगामा
अम्बिकापुर
दीपक सराठे की रिपोर्ट
नगर में पीडब्ल्यूडी की लगभग सड़को की हालत बारिश के बाद खस्ता हाल हो चुकी है। सड़को पर उभर आए गड्ढ़ो से तो परेशानी थी ही ,अब उनमे डाली गई मिट्टी परेशानी का सबब बन गई है। हम बात कर रहे है नगर के रिंग रोड़ की । करोडों रूपए की लागत से बनाए गए इस मार्ग में इन दिनों धूल का साम्राज्य है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियोे ने रिंग रोड़ गड्ढों को पाटने कलेक्टोरेट के मलवों का इस्तेमाल किया है। आलम यह है कि रिंग रोड़ पर दौड़ रही भारी भरकम वाहनों के कारण उड़ती धूल वहां रहने वाले के लिए मुसीबत बन चुकी है। आज खस्ताहाल सड़को को लेकर नगर निगम की सामान्य सभा मे भी जमकर हंगामा हुआ । दूसरी ओर बिलासपुर चैक के आस पास के व्यवसायी धूल से परेशान होकर उग्र आंदोलन की मंशा बना रहे है। रिंग रोड हो या फिर मनेन्द्रगढ़ प्रतापपुर रोड़ सभी जगह पूरे ंदिन धूल उडती है। इससे वाहन चलाने में परेशानी हो रही है साथ ही लोग बीमार हो रहे है। दमा व आंख के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। अस्पतालों में ऐसे मरीज रोज पहुंच रहे है। ऐसी सड़को की आस पास दुकानदारी करने वाले व निवास कर रहे लोग इससे ज्यादा प्रभावित हो रहे है। इन सबके बावजूद नगर निगम द्वारा इस समस्या की ओर ध्यान नही दिया जा रहा है।
शहर की सड़के बारिश मे हिचकोले मार रही थी । पूरें बरसात लोग इससे परेशान रहे । बारिश थमी तो अब इन पर धूल की समस्या बढ़ गई । गड्ढ़ो को ढ़कने के लिए इस्तेमाल की गई मिट्टी व स्टोन डस्ट से परेशानी और बढ़ गई है। यह स्थिति एक दो सड़को की नहीं बल्कि रिंग रोड़ , मनेन्द्रगढ़ रोड़ बनारस रोड़ खरसिया रोड़ प्रतापपुर रोड़ , ब्रम्ह रोड़ सहित शहर के अंदर की सड़कों पर है। लोग परेशान है। पूरे दिन धूल के गुबार उड़ रहे है। इससे लोगो की समस्या बढ़ गई है। चार पहिया वाहन चालक कांच चढ़कार किसी तरह इस सड़क से निकल जा रहे है। लेकिन दो पहिया चालक साईकिल सवार व पैदल चलने वालों को इन सड़कों पर चलना आफत शाबित हो रहा है। लोग चेहरे को बांध कर किसी तरह निकाल रहे है। सबसे ज्यादा परेशानी इन सड़कों के किनारे दुकानदारी करने व निवास करने वाले लोगो को हो रही है। ऐसे लोग बीमार हो रहे है। इन सबके बावजूद निगम द्वारा धूल की समस्या से निजात दिलाने की कोई पहल नही की जा रही है। सड़को की न तो सफाई होती है और न ही धूल को दबाने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। इससे लोगों में निगम के प्रति आक्रोश भी बढ़ रहा है। गौरतलब है कि रिंग रोड़ मेे चैबिस घंटे मालवाहको का आना जाना लगा रहता है। रात में तो कोयला परिवहन में लगे टेªलर रिंग रोड़ , मनेन्द्रगढ़ रोड़ होते हुए कमलपुर व कुंदा रेलवें साइडिंग जाते है। रात में इस क्षेत्र की क्या स्थिति होती होगी , इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
मुंह बांधकर ड्यूटी
बिलासपुर चैक से आवागमन करने वालों को तो धूल से परेशान होना पड़ रहा है। वहां पूरे दिन ड्यूटी पर मुस्तैद ट्राफिक कर्मचारी धूल से नहा जा रहे है। आलम यह है कि बीमारी से बचने ट्राफिक कर्मी मुंह में कपड़ा बांधकर ड्यूटी कर रहे है। वहां स्थित व्यवसायियो का तो बुरा हाल है।
आप तो एसी मे रहते है महापौर साहब
नगर में पीडब्ल्यूडी की घटिया सड़क को लेकर आज सामान्य सभा के बीच महापौर डा. अजय तिर्की ने पीडब्ल्युडी के कार्यपालन यंत्री को कहा कि एक व्यक्ति का फोन उनके पास आया था । उस व्यक्ति ने कहा कि आप तो एसी गाड़ी में घूमते है महापौर साहब , कभी सड़क पर खुले में आकर देखे कि हमारा हाल क्या हो रहा है। महापौर ने पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री को कहा कि पेंच रिपेयरिंग के लिए मिट्टी ना डालें । मानक के अनुसार ही सड़क बनायें । ताकि नगरवासियो को परेशानी ना हो और हमें इस प्रकार तंज ना सुनने पडे ।
प्रतापपुर मार्ग का हो चौडीकरण
पार्षद आलोक दुबे ने प्रतापपुर मार्ग की जर्जर अवस्था को लेकर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का ध्यान आकृष्ठ कराया । पार्षद का कहना था कि प्रतापपुर मार्ग जरूरत से ज्यादा सकरा है। और उक्त सड़क पर एक -एक फीट के गड्ढे़ हो चुके है । पीडब्ल्यूडी अधिकारी ने कहा कि उक्त सड़क का प्रस्ताव चैडीकरण के लिए शासन को भेजा गया है। प्रतापपुर तक टू लेन सड़क बनना है ।
मिट्टी हटाकर भरेंगे गिट्टी
निगम महापौर के सामने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे रिंग रोड़ के गड्ढों में डाली गयी मिट्टी को हटाकर उन गड्ढों में गिट्टी डालने का काम करेंगे । अधिकारियों का यह मानना था कि सड़क के दुर्दशा के कारण आम जन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
विभाग को ही नहीं पता उनकी कितनी सड़क
आज सामान्य सभा के दौरान निगम के जनप्रतिनिधियों ने पीडब्ल्यूडी के उपस्थित अधिकारियों से नगर के अंदर उनके विभाग की कितनी सड़क है के बारे में पूछा तो अधिकारी जवाब नही दे सके । अधिकारियो ने कहा कि उन्हे आए कुछ दिन ही हुए है। इसी प्रकार जब निगम के पार्षदोें से यह पूछा गया कि आपके क्षेत्र में कोई पीडब्ल्यूडी की सड़क है क्यां । इसका जवाब भी पार्षद नहीं दे सके ।