जल आवर्धन योजना प्रतापपुर में भ्र्ष्टाचार का मामला
सूरजपुर
प्रतापपुर से राजेश गर्ग
जल आवर्धन योजना प्रतापपुर में भ्रष्टाचार की शिकायत के ईएनसी पीएचई रायपुर ने एक तरफ वृहद् जांच के आदेश दिए हैं वहीँ घटिया काम करने वाला ठेकेदार जांच से पहले गड्ढों की गहराई बढ़ाने में जुट गया है। नागरिकों ने पुनः इसकी शिकायत ईएनसी से करते हुए ठेकेदार के साथ बिना जांच सबूतों को मिटाने का प्रयास करने वाले अधिकारियों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मांग की है।
गौरतलब है कि करीब तीन करोड़ की लागत की जल आवर्धन योजना भ्रस्टाचार के भेंट चढ़ चुकी है जिसकी शिकायतों और जांच में प्रमाणित होने के बावजूद कार्यवाही नहीं होने पर आरटीआई कार्यकर्ता राकेश मित्तल ने इसकी शिकायत मेल से विभाग के ईएनसी को की थी जिस पर उन्होंने प्रत्येक दस मीटर के गहराई और चौड़ाई की नाप कर समग्र परिक्षण सहित प्रतिवेदन माँगा था। विभाग ने उनके आदेश के दो महीने बाद भी जांच तो नहीं की लेकिन भ्रष्टाचार के सबूतों को मिटाने गड्ढों की गहराई बढ़ाने में जुट गया है। स्थानीय लोगों ने गड्ढे खोद रहे मजदूरों से पूछा तो उन्होंने बताया कि ठेकेदार ने उन्हें ऐसा करने बोला है जिसके बाद इसकी मौखिक सुचना एसडीएम को देते हुए पुनः मेल से इसकी शिकायत ईएनसी पीएचई रायपुर सहित प्रमुख सचिव छत्तीसगढ़ शासन को सबूतों को मिटाने का प्रयास करने बाप ठेकेदार सहित इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मांग की है।