अम्बिकापुर
बजट में सोने और डायमण्ड पर एक्साइज ड्यूटी लागू करने के विरोध में आज नगर में व्यवसायियों ने रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है। यह पहली बार हुआ की इस प्रकार के फैसले पर देश व्यापी विरोध के तारतम्य में सरगुजा संभाग की भी सर्राफा दुकाने तीन दिन तक बंद रही।
छत्तीसगढ़ सर्राफा एसोसियशन के आव्हान पर सरगुजा में भी 2 से 4 मार्च तक दुकाने बंद रखने का निर्णय लिया गया था। सम्भावना यह भी जताई जा रही है कि मांग पूरी नही होने पर आज तीसरे दिन के विरोध के बाद आगे भी सर्राफा व्यवसायी विरोध में अपने दुकाने बंद रख सकते है। स्थानीय सरगुजा सर्राफा एसोसियशन के अध्यक्ष सहित अन्य सर्राफा व्यवसायियों के अनुसार केन्द्रीय बजट में सोने व डायमण्ड पर एक्साइज ड्यूटी लगाये जाना इस कारोबार के लिए गलत निर्णय है। इस निर्णय से न केवल कारोबार पर बुरा असर पड़ेगा बल्कि कारोबारियों के लिए भी यह नुकसान दायक है। उन्होंन बताया कि एक्सासाइज के शिकंजे के चलते तकरीबन 5 करोड़ लोगों के सामने रोजी रोजगार की समयस्या खड़ी हो जायेंगी। इंस्पेक्टर राज लागू हो जाये और उम सीधे सच्चे तरीके से काम करने के बाद भी स्मगलर कहलायें और जेलों में बंद हो जाये। साथ ही कहा कि क्या सरकार चाहती है कि किसानों की तरह देश के सर्राफा व्यवसायियों और स्वर्णकार भी आत्महत्या करे।
इस दौरान सरगुजा सर्राफा एसोसियशन के भोपेन्द्र सोनी, सुरेश सोनी, दिनेश सोनी, सचिव निलेश सोनी, संरक्षक सीएल सोनी, छेदी लाल सोनी, परशुराम सोनी, राजेन्द्र सोनी सहित काफी संख्या में सर्राफा व्यवसायी मौजूद थे।