अम्बिकापुर जिले के मैनपाट जनपद पंचायत मे वैसे पिछले कुछ महीनो मे कई सीईओ की बदली और पदस्थापना हुई,, जिसके बाद पिछले कुछ महीने से प्रशासनिक व्यवस्था के तहत को मिथलेश पैकरा सीईओ के रूप मे पदस्थ किए गए है,, लेकिन उनकी पदस्थापना के बाद भी पुराने डिप्टी कलेक्टर या सीईओ का प्रभाव इस कार्यालय से कम नही हुआ है,, ऐसा इसलिए क्योंकि श्री पैकरा के कार्यकाल के दौरान भी कार्यालय की दीवारों मे पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी का नाम लिखा है,, जिसको मिटा कर नए सीईओ का नाम लिखाने का समय शायद किसी को नही मिला,, शायद ये कह ले कि किसी ने जरूरत नही समझी!
हालांकि नाम मे क्या रखा है.,, इस अंदाज मे नए सीईओ मिथलेश पैकरा जनपद क्षेत्र के विकास का ताना बाना बुन रहे है,, लेकिन हैरानी तब होती है जब खुद सीईओ साहब की नजर इस पर नही पड़ती है,, ऐसे मे तो यही लगता है कि सीईओ साहब शायद ये सोच कर अपना नाम दीवारों मे नहीं लिखवा रहे है कि लिखवाने से फायदा भी क्या,,,, हो सकता है डर इस बात का हो कि कहीं पिछले दो साल मे बदले गए एक दर्जन सीईओ की तरह मेरा नंबर भी ना आ जाए…
आपको बता दें की मैनपाट जनपद की अंतिम बदली के बाद फटाफट न्यूज ने एक समाचार लगा कर प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित कराने का प्रयास किया था… समाचार का उद्देश्य था बार बार बदले जा रहे सीईओ के कारण क्षेत्र के विकाश में बाधा उत्पन्न होना… जाहिर है की साल में तीन बार अगर किसी विभाग का मुखिया बदल जाएगा और नए मुखिया के आने के बाद काम प्रभावित होता ही है.. बहरहाल मैनपाट में श्री पैकरा की पदस्थापना हुई और फटाफट ने समाचार लगाया तब से श्री पैकरा अपने पद पर विराजमान है और स्थानांतर की परिपाटी पर विराम लगा हुआ है…
पढ़े फटाफट न्यूज ने क्या लिखा था इस सन्दर्भ में ..