आखिरकार एक आंख से वंचित बालक का बन पायेगा प्रमाण पत्र

अम्बिकापुर

 

दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम मोतीपुर से लगातार एक दिव्यांग द्वारा अपने भतीजे का विकलांग प्रमाण पत्र बनवाने मेडिकल कॉलेज अस्पताल का चक्कर लगाया जा रहा था, परंतु हर बार चिकित्सकों की न सुनकर वापस चले जाने का सिलसिला अब खत्म हो सकेगा। आज चिकित्सक ने निरूशक्तजन सेवा संगठन के प्रयास से उसका विकलांग प्रमाण पत्र बनाने स्वीकृति दे दी है। जल्द ही एक आंख से नेत्रहीन बालक को विकलांग प्रमाण पत्र मिल सकेगा।

 

गौरतलब है कि 25 मार्च को फटाफट न्यूज पोर्टल ने प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित किया था। खबर के बाद निशक्तजन सेवा संगठन लगातार चिकित्सकों व प्रशासन से मिला। यहीं नहीं बालक के पिता जीवन राम ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप विकलांग कार्ड बनवाने की मांग की थी। ज्ञापन के माध्यम से उसने बताया था कि दरिमा से अम्बिकापुर की दूरी तय कर वह कई बार अस्पताल आकर वापस लौट गया, परंतु जन्म से ही खराब उसके पुत्र की आंख का विकलांग प्रमाण पत्र नहीं बन सका। प्रशासन की पहल व निरूशक्त जन सेवा संगठन की मेहनत रंग लाई। आज डॉ. अभिजीत  जैन ने बच्चे की आंख का परीक्षण किया। परीक्षण के बाद उसे विकलांग प्रमाण पत्र देने की स्वीकृति चिकित्सक ने जताई है।