पहले के राजा महाराजा कई-कई रानियां रखते थे, साथ ही वे अपने विशाल राज्य को भी संभालते थे। क्या आप जानते हैं कि वे इतनी ऊर्जा के लिए आखिर किन-किन चीजों का उपयोग करते थे? यदि नहीं, तो आज हम आपको इस बारे में ही जानकारी दे रहें हैं, ताकि आयुर्वेद की उन चीजों से परिचित हो सकें, जिनको प्राचीन काल से राजा महाराजा शारीरिक ऊर्जा के लिए खुद उपयोग करते थे। हम आपको बता दें कि प्राचीन समय में राजाओं के यहां राजवैध हुआ करते थे, जो राजाओं के लिए जड़ी बूटियों, रसायन तथा धातुओं के माध्यम से कई अचूक नुस्खे बनाते थे। इन दवाओं में ताकत बढ़ाने वाले इंग्रीडिएंट्स होते थे, जिनको खाने के बाद में राजा लोग लंबे समय तक जवान तथा ताकत से भरपूर रहते थे। आज हम आपको यहां आयुर्वेद की कुछ ऐसी ही औषधियों के बारे में जानकारी दे रहें हैं जिनका प्रयोग कर आप भी अपनी शारीरिक क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
1 – शिलाजीत-
शिलाजीत को चावल के दाने के बराबर लेकर आप उसको गाय के घी अथवा शहद के साथ लें। इससे आप में भरपूर ऊर्जा रहेगी तथा आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी। इस खाने से आपका बुढ़ापा भी आपसे दूर रहेगा।
2 – अश्वगंधा –
अश्वगंधा के आधा चम्मच पाउडर को आप सोने से पहले गुनगुने दूध के साथ लें। इसको लेने से आपकी शारीरिक कमजोरी दूर होगी तथा आपकी थकान भी दूर होगी और आप में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी।
3 – सफेद मूसली –
सफेद मूसली के एक चम्मच पाउडर को आप मिश्री तथा दूध के साथ सुबह शाम लें। इस प्रयोग से आपकी कमजोरी दूर होती है। आपकी शारीरिक ऊर्जा बढ़ती है। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
इस प्रकार से इन आयुर्वेदिक औषधियों को लेकर आप अपनी शारीरिक क्षमता को बढ़ा सकते हैं तथा राजा महाराजाओं की तरह से लंबे समय तक जवान रह सकते हैं। यहां आपको विशेष रूप से यह सलाह भी देते हैं कि किसी भी प्रयोग को करने से पहले आप एक बार किसी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से सलाह जरूर ले लें।