बलरामपुर..(राजपुर/पुरन देवांगन)..कोरोना वायरस से लड़ाई में जहां सभी जी-जान से जुटे हुए हैं. वहीं इस मुसीबत की घड़ी में भी निकाय द्वारा बगैर मैन्युफैक्चरिंग डेट के सेनेटाइजर वितरित किये जाने का मामला उजागर हुआ है..यह मामला राजपुर नगर पंचायत का है.. जहाँ नगर पंचायत क्षेत्र को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु सेनेटाइजर की खरीदी की गई थी..वही औषधि निरीक्षक ने नगर पंचायत द्वारा खरीदे गए सेनेटाइजर के सैम्पल जांच के लिए भेजे जाने की पुष्टि कर दी है..
दरअसल नगर पंचायत में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए अध्यक्ष एवं पार्षदों द्वारा अपने अपने निधि से सेनिटाइजर व मास्क खरीदने हेतु अपनी सहमति प्रदान की गई थी..जिसके उपरांत नगर पंचायत द्वारा संक्रमण की रोकथाम के लिए सेनेटाइजर व मास्क की खरीदी की गई थी..जिसे वार्ड पार्षद व निगम के कर्मचारी डोर-टू-डोर नि:शुल्क वितरण कर रहे थे..
बता दे कि नगरीय निकाय द्वारा अध्यक्ष व पार्षद निधि से मध्यप्रदेश के धार की एक कंपनी से सेनेटाइजर की खरीदी की गई..इस सेनेटाइजर में न तो मेन्युफेक्चरिंग अंकित है, और न ही एक्सपाइरी डेट अंकित है..ऐसे में जब औषधि विभाग को इस बावत शिकायत मिली तो तत्काल औषधि विभाग हरकत में आया और नगर पंचायत राजपुर पहुँचकर मामले की जांच की गई..
औषधि निरीक्षक विकास दुबे के मुताबिक 180 एमएल की लगभग 100 नग सेनेटाइजर की खरीदी की गई है ..जिसका एमआरपी 90 रुपये प्रिंट है..और सेनेटाइजर की बोतलों में मैन्युफैक्चरिंग डेट का उल्लेख नही है..जो कि संदेहास्पद है..
वही अब इस मामले में औषधि विभाग के औषधि निरीक्षक वीरेंद्र भगत एवं विकास कुमार दुबे ने अब नगर पंचायत में रखे 48 नग सेनेटाइजर में से 8 नग सेनेटाइजर की बोतलों को सैम्पल लिए संग्रहित किया है..जिसे रायपुर भेजने की तैयारी की जा रही है..शेष 40 नग को जाँच रिपोर्ट आने तक के लिए सीलबंद कर नगर पंचायत में सुरक्षित रूप से रखा गया है..