जांजगीर-चांपा। नवागढ़ नगर पंचायत में भ्रष्टाचार फेहरिस्त खत्म होने का नाम नही ले रहा है. रोज नये घोटाले सामने आ रहा हैं। कभी शौचालय निर्माण को लेकर भ्रष्ट्राचार सामने आया है तो अब नगर पंचायत अध्यक्ष ने ही अपने ही कार्यालय के उप अभियंता नितिन लकड़ा पर बड़ा आरोप लगा दिया हैं।
नगर पंचायत अध्यक्ष भुनेश्वर केशरवानी ने लिखित में सीएमओ से शिकायत कर कहा है कि नगर पंचायत में सोनालिका ट्रैक्टर सोल्ड (पानी टेंकर) को मरम्मत कराने केे नाम 9 हजार 9 सौ 80 रूपये का फर्जी बिल बना कर नगर पंचायत से अहारण कर लिया गया हैं। वही चेक क्रंमाक जीबी/5919/806232 दिनांक 23 जुन 2020 को उप अभियंता नितिन लकड़ा के नाम जारी हुआ है। नवागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष भुनेश्वर केशरवानी ने अपने शिकायत मे बताया कि नगर पंचायत के उप अभियंता नितिन लकड़ा द्वारा सोनालिका टैक्टर का मरम्मत दिनेश ट्रैक्टर गैरेज सेमरा के नाम से स्वंय द्वारा फर्जी बिल बना कर उक्त बिल का शासकीय राशि का आहरण मे उपयोग किया गया।
नगर पंचायत नवागढ़ के उक्त ट्रैक्टर के ड्रायवर राजेश जलतारे जो एस.एज.जी. ड्राइवर के पद पर कार्यरत है। जिसे दबाव पूर्वक उक्त ट्रैक्टर खराब होने का हवाला देकर मरम्मत कराने का आवेदन पत्र तैयार कर पेश करने के लिए दबाव बनाया गया था। शिकायत में यह भी कहा गया है कि उक्त कर्मचारी का गलत उपयोग करते हुए उप अभियंता द्वारा नगर पंचायत नवागढ़ के समक्ष फर्जी तरीके से बिल तैयार कर स्वंय सत्यापित कर उक्त राशि आहरण किया गया।
नगर पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि उक्त मामले में शंका होने के बाद जब मामले मे जानकारी दिनेश ट्रैक्टर गैरेज सेमरा से संपर्क कर पता चला कि नगर पंचायत नवागढ़ के सोनालिका ट्रैक्टर सोल्ड का कोई मरम्मत नही किया गया है। और न ही उसके द्वारा उक्त ट्रैक्टर मरम्मत के नाम पर कोई बिल नही दिया गया हैं। वही आरोप है कि उप अभियंता द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुए शासकीय राशि का गमन किया गया हैं। अब नगर पंचायत अध्यक्ष ने मामले की शिकायत कर जांच की बात कही है। वही मामले मे ज्वाइन डायरेक्टर बिलासपुर द्वारा अपने स्तर पर जांच की गई हैं हालांकि अभी जांच रिपोर्ट सामने नही आया हैं। जांच प्रतिवेदन आने के बाद बड़े खुलासे होने की संभावना है।
ट्रैक्टर रिपेयरिंग का बिल मेरे यहां का नही…
सेमरा के दिनेश ट्रैक्टर गैरेज के संचालक ने मामले के जांच के बाद लिखित में कहा है कि उक्त बिल जो मामले मे सामने आ रहा है वह मेरे यहां का नही हैं इस प्रकार जो बिल उप अभियंता द्वारा दिया गया हैं वह फर्जी माना जा रहा है। अब देखना होगा कि उक्त बिल कहां से आया और किस आधार पर भुगतान किया गया है। यह जांच का विषय है।