कोरिया. प्रेम प्रसंग मे असफल एक प्रेमी ने प्रेमिका तो कुछ नही किया.. लेकिन प्रेमिका से बदले लेने के लिए आरोपी प्रेमी ने अपनी प्रेमिका के बच्चे का अपरहरण कर उसकी हत्या कर दी.. ये दर्दनाक घटना जिले के खोंगापानी इलाके की है.. हालाकि इस मामले मे कोरिया पुलिस ने तीन दिन मे आऱोपी को गिरफ्तार करने मे सफलता पाई है.. फिलहाल आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार न्यायिक अभिरक्षा मे जेल भेज दिया है.. ये मामला जिले के झगराखांड थाना क्षेत्र के खोंगापानी चौकी का है..
सुनकर रूह कांप जाएगी. कि प्रेम प्रसंग मे विफल होने पर कोई इतनी दर्दनाक घटना को अंजाम दे सकता है.. लेकिन छत्तीसगढ के कोरिया जिले के खोंगापानी मे ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई है. जहां प्रेमिका से बदला लेने के लिए प्रेमी ने प्रेमिका के 9 साल के बच्चे की नृसंस हत्या कर दी है.. आरोपी ने पहले बच्चे का अपहरण किया.. फिर मासूम बच्चे के गला घोंटकर मारा डाला. और बच्चो को शव को बोरी में बांध कर खेत मे दफनाया दिया. फिलहाल पुलिस ने अपने सूचना तंत्र से मिली जानकारी के आधार पर ने बच्चे के कातिल हो गिरफ्तार कर लिया है.. और आरोपी से सख्ती से पूछताछ करने के बाद आरोपी की निशानदेही पर बच्चे के शव को खेत से शव बरामद कर लिया है.. पुलिस ने इस दर्दनाक हत्याकांड के मामले मे एक आरोपी और उसके दो सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है.. इधर इस घटना के खुलासा के बाद स्थानिय लोगो मे जमकर नाराजगी है..
पूरा घटनाक्रम
जिले के खोंगापानी पुलिस चौकी क्षेत्र के छप्पन दफाई मे रहने वाले मतृक बेटे के पिता राकेश चौधरी ने 13 नवंबर को खोंगापानी चौकी पहुंचकर थाना मे ये रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि.. इनका साढे आठ साल का बेटा ऋषि चौधरी 13 नवंबर की शाम 6 बजे से लापता है और उसको संदेह है कि उनके नाबालिक पुत्र का किसी ने अपहरण कर लिया है. इस शिकायत के बाद झगराखाण्ड थाना अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.. अपराध दर्ज करने के बाद जिले के आला पुलिस अधिकारियो ने एक विशेष टीम गठित की.. इसके तहत एसडीओपी मनेन्द्रगढ़ कर्ण उइके के नेतृत्व में थाना प्रभारी विजय सिंह , मनेन्द्रगढ थाना प्रभारी सचिन सिंह , खोगापानी प्रभारी तथा चौकी प्रभारी कोड़ा का अलग अलग टीम बनाई गई. इसी दौरान कई संदेहियो से पूछताछ के क्रम मे जब आरोपी बबलू यादव से पूछताछ की गई.. तो उसने बताया कि मृतक की मां लीलावती से इसका प्रेम संबंध थावह . लीलावती को अपने साथ 7-8 माह पूर्व भगाकर ले गया था , लेकिन बाद में लीलावती इसके साथ रहने से मना कर दी और अपने पति एवं बच्चे के पास वापस लौटना चाहती थी , इसलिए इसे छोड़ कर वापस अपने मायके में रह रही थी . इसी बीच इसके पति से बातचीत शुरू हो गया था.. जो आरोपी बबलू यादव को ठीक नहीं लगा ..जिसके कारण आरोपी बब्लू बदला लेने का मन बना लिया और फिर आऱोपी लगातार अपहृत बालक एवं उसके भाई को अपने पास मोबाईल दिखाने के लिए बुलाता रहा . घटना वाले दिन आरोपी मासूम ऋषि कोसे अपने मोटर साईकल से बैठाकर अपने ईटा भट्ठा के पास लाया और नाबालिक बालक के साथ मिल कर पानी में डाल कर उसे डूबा डूबा कर मौत के घाट उतार दिया.. फिर वही पर बने नाली में लाश को डाल कर घास और मिट्टी से ढक दिया. लेकिन आरोपी को ये डर था …कि हत्या के दौरान उसके साथ मौजूद नाबालिक बालक किसी को बता देगा. इस डर से दूसरे दिन 14 नवम्बर को उसन अपने दो अन्य नाबालिक दोस्त को बुलाया और तीनो मे मिलकर पहले सहवानी टोला मशकूर के तालाब के पास नीम पेड़ के नीचे गड्ढा खोदा औऱ ऋषि के शव को प्लास्टिक बोरी में भर कर जमीन मे दफन कर दिया..