जांजगीर-चांपा। दुनिया भर मे कोरोना वायरस का डर इस कदर फैला हुआ है कि केन्द्र व राज्य सरकार को संक्रमण से बचने के लिए एडवाइजरी जारी करना पड़ा. वायरस का संक्रमण से बचने के लिए जहां स्कूल, काॅलेज, सिनेमा हाॅल, शासकीय आयोजन को बंद करना पड़ रहा है. जांजगीर चांपा जिले मे भी प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी होने वाला जाज्वल्यदेव लोक महोत्सव को स्थगित करना पड़ा. लेकिन दूसरी ओर जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधि केन्द्र सरकार के एडवाइजरी जारी होने के वाउजुद कई कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं. जिले में हाल के दिनो मे मरार समाज, लछनपुर के केराझरिया के गुरूघासीदास बाबा के संत समागम, नवागढ़ के पोड़ी में सत्य सतनाम, कार्यक्रम में विधानसभा के अध्यक्ष सहित जिले के कलेक्टर सहित सैकडों के संख्या में जनप्रतिनिधि व आमजन शामिल हुए.
एक जगह सैकड़ो की भीड़ इस कार्यक्रम होे रहा है. लेकिन जिला प्रशासन ऐसे कार्यक्रम मे शामिल होने से परहेज नही कर रहे है.. और न ही जनप्रतिनिधि परहेज कर रहे है. इस तरह सिर्फ जो रोजी-रोटी के लिए अपनी दुकान मेले या बीना बजार मे लगा रहे है. उन्ही को कोरोना वायरस का डर बता कर बंद करा रहे है. जिसके चलते रोजी-रोटी के लिए मेले में ठेले लगा कर अपने परिवार चलाने वाले लोगो को भारी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन इन जिम्मेदार नेताओ व जिला प्रशासन को कोरोना वायरस के संक्रमण होने का डर नही है.. और न ही सरकार के एडवाइजरी का असर इन पर दिख रहा है.
ये सिर्फ गरीब लोगो के भेट पर लात मार सरकार के एडवाइजरी का डंड़ा चला रहे है. जिला प्रशासन लगातार आमजनो को कोरोना वायरस से बचने के उपाय बता रहे है व संक्रमण मे आने के बचने के कई निर्देश जारी कर रहे लेकिन स्वंय इन पर अमल नही कर रहे है.