गाँव मे लॉकडाउन का नही दिख रहा असर… कोरोना बरपा रहा है कहर…

सीतापुर। कोरोना महामारी जैसी संक्रामक बीमारी पर रोकथाम हेतु प्रशासन द्वारा लगाया गया लॉकडाउन का गाँवो में कोई असर नही दिख रहा है।प्रशासन की सख्ती के अभाव में लोग लॉकडाउन का खुला उल्लंघन कर रहे हैं और कोविड 19 के तहत जारी प्रोटोकॉल का जरा भी पालन नही कर रहे है।लोगो की यही लापरवाही गाँव मे भारी पड़ रही है जिससे संक्रमण का आँकड़ा बढ़ता जा रहा है।

विदित हो कि कोरोना महामारी के इस दौर में संक्रमण पर रोकथाम हेतु प्रशासन ने सख्ती से लॉकडाउन लगा रखा है।इस दौरान लोगो का घरों से निकलने पर पूरी तरह पाबंदी है केवल उपचार की छूट है लेकिन लोग मानने को तैयार नही है।इस मामले में शहर के बजाये गाँवो का बड़ा बुरा हाल है जहाँ प्रशासनिक अमला की उदासीनता से लोग लॉकडाउन की खुलकर धज्जियाँ उड़ा रहे है और कोरोना को आमंत्रण दे रहे है।

ऐसा ही एक गाँव सरगा है जहाँ कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित एक ग्रामीण की मौत हो चुकी है वही दो दिनों के अंदर 40 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित पाये गये है।

इसके बाद भी यहाँ के लोगो में कोरोना महामारी को लेकर कोई खौफ नही है लोग लॉकडाउन की धज्जियाँ उड़ाते हुए खुलेआम घूम रहे है इस दौरान न वो मॉस्क पहनते है और ना ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते है।

प्रशासन के सख्त निर्देश एवं जारी गाइडलाइन के बाद भी यहाँ सुबह से शाम तक सारी दुकानें खुली रहती है जहाँ संक्रमितों के अलावा बगैर मॉस्क पहने लोग बिना दूरी बनाये भीड़ बनाकर संक्रमण फैला रहे है।

लोगो की इस लापरवाही से गाँव मे बढ़ते आंकड़ों के साथ कोरोना कहर बनकर टूट पड़ा है।कोरोना के बढ़ते कहर से गाँव के अन्य लोग काफी भयभीत है उन्हें संक्रमित होने के साथ जानमाल का भय सताने लगा है।उन्होंने प्रशासन से गाँव मे लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने की अपील की है।

ग्रामीणों का कहाना है कि अगर समय रहते इस पर ध्यान नही दिया गया और सख्ती नही बरती गई तो गाँव की स्थिति भयावह हो जायेगी और कोरोना की चपेट में आने से कई लोग असमय काल के गाल में समा जायेंगे।


इस संबंध में तहसीलदार शशिकांत दुबे ने कहा कि कल प्रशासनिक अमला सरगा जायेगी और सख्ती से लॉकडाउन करायेगी। कोई लापरवाही करते पाया गया तो उसपर कार्रवाई भी किया जायेगा।