अम्बिकापुर..(पारसनाथ सिंह).. राजधानी रायपुर की तरह सरगुजा जिले मे भी कंटेनमेंट जोन (लॉक डाउन) का एलान कर दिया गया है.. लेकिन रायपुर मे संपूर्ण जिले मे लॉक डाउन का एलान किया गया है.. पर सरगुजा जिले मे केवल जिला मुख्यालय अम्बिकापुर को ही कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है.. जबकि ग्रामीण गतिविधियो पर इसका असर नही होगा.. जिसमे कुछ आवश्यक सेवा के अलावा सब्जी और फल की दुकाने भी बंद रहेगी..
प्रदेश के अन्य जिलो की तरह अम्बिकापुर मे कोरोना पाजिटिव मरीजो की संख्या बढने के कारण आखिरकार प्रशासन को ताला बंदी का फैसला लेना ही पडा.. व्यापारी वर्ग के अलावा शहर के वरिष्ठ लोगो से चर्चा के बाद पूरे शहर को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है.. प्रशासन की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पूरे अम्बिकापुर शहर को 21 सितंबर की रात से 28 सितंबर की रात तक के लिए कंटेमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. जिसमे पुलिस की टीम हर चौक चौराहो मे मुस्तैद रहेगी. इसके अलावा पुलिस बल लगातार शहर मे गश्ती करेगा. जिससे की कोई भी कंटेनमेंट जोन के नियमो को तोड ना सके..
क्या क्या सेवा बंद रहेंगी.. किस पर होगी ढील
अम्बिकापुर प्रशासन के मुताबिक अम्बिकापुर को कंटेनमेंट जोन घोषित किए जाने के बाद से सभी शासकीय और गैर शासकीय कार्यालय बंद रहेंगे.. जिसमे बैंक पोस्ट ऑफिस जैसे महत्वपूर्ण सेवाए भी 21 सितंबर की रात से 28 सितंबर की रात तक बंद रहेगी. इसके अलावा मांस मटन, सब्जी और फल की दुकानो के साथ हर तरह की कोरियर सेवा भी पूरी तरह से बंद रहेगी.. कुल मिलाकार इस बार कंटेनमेंट जोन घोषित होने के बाद दूध दवा की दुकानो के अलावा पेट्रोल पंप जैसी आवश्यक सेवा चालू रहेगी.. दवा बिक्री के लिए विक्रेताओ से प्रशासन ने अपील की है कि वो होम डिलेवरी की व्यवस्था करें. जिससे किसी को बेवजह बाहर निकलने या फिर दवा खरीदने का बहाना बना कर बाहर निकलने का मौका ना मिले। ऐसे ही दूध की बिक्री के लिए सुबह शाम दो दो घंटे के लिए ढील दी जाएगी।
प्रशासन की अपील
सरगुजा कलेक्टर संजीव झा ने लोगो से बिना किसी ठोस कारण के घर से बाहर ना निकलने की अपील की है.. उनके मुताबिक इस बार कंटेनमेंट जोन बनने के बाद शहर मे पुलिस की व्यस्था पहले से भी चुस्त दुरुस्त रहेगी.. और दवा जैसे आवश्यक सेवा के लिए निकलने वाले लोगो से भी पूछताछ होगी.. क्योकि दवा औऱ इलाज के नाम पर पिछले बार कई लोग शहर के कंटेनमेंट जोन की बंदिशो का पालन नहीं कर रहे थे..
आदेश–