- लिज्जत पापड गृह उद्योग से सीखेगी उद्यमिता के गुर
- राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने बढाया हौसला
अम्बिकापुर
महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा मे सरगुजा जिला निरंतर प्रगति कर रहा है। जिले मे प्रशासनिक स्तर पर महिला समूहो का एक फेडरेशन भी बनाया गया है । जिसके माध्यम से विभिन्न महिला समूहो से महिलाओ की चयन कर उनके उद्यमिता विकास के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसी क्रम मे सरगुजा जिला की महिलाए आज जबलपुर के लिए रवाना हुई, जंहा पर ये महिलाए देश के सबसे बडे लिज्जत पापड एंव मसाला गृह उद्योग का भ्रमण कर गृह उद्योग के सफल संचालन के गुर सीखेगी। गौरतलब है कि महिलाओ के जबलपुर रवानगी के पहले उनकी हौसला अफजाई के लिए खुद प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय भी पंहुच गई।
आदिवासी बाहुल्य सरगुजा जिला मे 10 हजार से अधिक महिला समूह सक्रिय है । जिले मे महिला कलेक्टर की मंशा अनुरुप ये महिला स्वं सहायता समूह अलग अलग गृह उद्दोग या व्यवसाय के माध्यम से अपने और अपने परिवार की आर्थिक स्थिती मजबूर कर खुशहाली की ओर अग्रसर है । ऐसे मे कलेक्टर ऋतु सैन के निर्देशन मे महिला बाल विकास इन महिलाओ के कौशल उन्नयन का कार्य कर रहा है और महिलाओ को सक्षम बनाने की प्रयास किया जा रहा है । इसी के तहत सरगुजा के प्रत्येक विकासखण्ड के विभिन्न गांवो के महिला समूह को मिलाकर समृद्दि नामक फेडरेशन बनाया गया है। जिसके माध्यम से शुक्रवार को चयनित महिला समूह की कार्यकर्ताओ को जबलपुर के लिए रवाना किया गया । जो वंहा स्थापित देश के सबसे बडे गृह उद्योग का भ्रमण कर उद्यमिता विकास के गुर सीखेगी।
लिज्जत पापड एंव मसाला उद्योग देश के नामचीन ही नही सबसे बडे गृह उद्योग के रुप मे स्थापित है और सरगुजा जैसे आदिवासी अंचल की महिलाए जब इस गृह उद्योग मे पंहुच कर अपने उद्योग को बढाने के गुर सीखेगी तो ऐसे मे ना केवल उनके गृह उद्योग का विकास होगा बल्कि उनकी आय मे इजाफा होने से उनके जीवन मे समृद्दि आएगी। इधर इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय भी उन महिलाओ से मिलने पंहुची जिनको जबलपुर भ्रमण पर ले जाया जा रहा है। इस दौरान श्रीमति पाण्डेय ने महिलाओ को प्रशिक्षित होकर बेहतर गृह उद्योग विकसित करने के लिए प्रेरित किया। और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
खेती प्रधान सरगुजा जिला मे जंहा पुरुष वर्ग खेती आधारित व्यवसाय से जुडा हुआ है तो पिछले कुछ वर्षो मे सरगुजा की महिलाओ ने गृह उद्योग की दिशा मे अपने दमदार कदम आगे बढाए है। बहरहाल अब तक शिक्षा और जागरुकता के आभाव मे घर मे चुल्हा बरतन तक सीमित महिलाओ की जिंदगी गृह उद्योग की ओर अग्रसर है । ऐसे में अगर खुद महिला कलेक्टर महिलाओ की तरक्की का बीडा उठा ले तो फिर वो दिन दूर नही जब महिलाए किताबो मे नही वास्तव मे पुरुषो से कंधा मिलाकर चलने योग्य बन जाएगी।
दर्रीपारा स्थित महिला एंव बाल विकास विभाग द्वारा संचालित बाल गृह में एकत्र होकर आज जबलपुर के लिए रवाना हुई। इस दौरान उनसे मिलने जिला पंचायत अध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह, भाजपा जिला उपाध्यक्ष, एल्डरेमैन शकुंतला पाण्डेय, मंजूषा भगत, महिला बाल विकास जिला परियोजना अधिकारी सी.के.सिसोदिया ,सामाजिक कार्यकर्ता मनोज भारती सहित विभिन्न ग्रामीण अंचलो से आई स्वं सहायता समूह की महिलाए उपस्थित थी।