जांजगीर चाम्पा। मीटर रीडिंग और बिजली बिल में गड़बड़ी की शिकायतें आम हो गई है। उपभोक्ता इससे परेशान है. क्योंकि शिकायतों के बाद भी विद्युत विभाग बिल सुधरवाने में ध्यान नहीं देता। जागरूकता के अभाव में कई उपभोक्ता कुछ भी नहीं कर पाते, लेकिन एक जागरूक उपभोक्ता ने उपभोक्ता फोरम की शरण ली और उसे न्याय भी मिला। डभरा निवासी घासीराम अग्रवाल के घरेलू मीटर की रीडिंग और बिलिंग में विद्युत विभाग की ओर से गड़बड़ी हो गई थी। घासीराम ने सितंबर 2018 तक बिजली बिल का नियमित भुगतान किया इसके बाद नवंबर माह में उसे 90 हजार 520 रुपए का बिल थमा दिया गया। यह अक्टूबर माह की खपत की बिलिंग थी। जब घासीराम ने बिल देखा तो उसके होश उड़ गए। बिजली बिल नियमित जमा कराने के बाद भी इतनी भारी.भरकम राशि का बिल आने की शिकायत उसने विद्युत विभाग डभरा के दफ्तर में जाकर कनिष्ठ यंत्री से की लेकिन बिल में कोई सुधार नहीं किया गया। उल्टे घासीराम को नोटिस देकर उसका बिजली कनेक्शन ही काट दिया गया। इस पर घासीराम ने जिला उपभोक्ता फोरम में मामले की शिकायत की। जिला उपभोक्ता फोरम जांजगीर चांपा के अध्यक्ष श्रीमति तजेश्वरी देवी देवांग,न, सदस्य मनरमण सिंह और मंजूलता राठौर ने मामले की सुनवाई करते हुए साक्ष्यों के आधार पर विद्युत मंडल को दोषी पाते हुए अपना फैसला सुनाया। तत्काल उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन जोड़ने, बिल की राशि में सुधार कर सही बिल देने के साथ ही क्षतिपूर्ति के रूप में 5000 रुपए और वाद व्यय के रूप में 2000 रुपए माहभर के अंदर देने का फैसला सुनाया गया है।