जांजगीर चांपा। जिले में अधिकांश निजी स्कूल संचालक जिला शिक्षा विभाग के आदेश का पालन करने मे आना कानी कर रहे है। 4 जून को जिले के सभी निजी स्कूल में विभाग के आदेश तो पहुंच गया है पर निजी स्कूल संचालक आदेश का पालन नही कर रहे है। दर्जनो स्कूल संचालक अपने स्कूल के वाहन चालको व स्कूल वाहनो का पुलिस वेरीफिकेशन सर्टिफिकेट जमा नही किये हैं। जिले में अधिकांश निजी स्कूल संचालक वाहन के रखरखाब व चालको का वेरीफिकेशन वैगर ही वाहनो का संचालन कर रहे है जो नियम के विरूध हैं। जिसके कारण आये दिन स्कूल वाहनो को दुर्घटना हो रहा है। निजी स्कूल संचालक अपने कमाई के लिए मासूम बच्चो के जान से खिलवाड़ कर रहे है। अब जिला शिक्षा विभाग के नये आदेश मे कहा कि जुलाई माह तक अपना वाहनो व चालको का पुलिस वेरीफिकेशन जमा करे अन्यथा स्कूल का मान्यता समाप्त कर दिया जायेगा। नया आदेश के बाद निजी स्कूल संचालको में हंडकम मच गया है। आनन फानन मे ंसभी निजी स्कूल संचालक शिक्षा विभाग दौड लगा रहे है।
स्कूल वाहनो के लगातार हो रहे एक्सीडेंट के बाद जागा शिक्षा विभाग…
पिछले महीने परिवहन विभाग के द्वारा चैकअप कैंप मे औपचारिता निभाकर आनन फानन में स्कूल संचालको को छोड़ दिया। कुछ एक स्कूल के वाहनो को चैक कर बाकी स्कूलो को अभयदान दे अपनी औपचारिका पूरी कर ली थी. पर जिले में लगातार स्कूल वाहनो के हो रहे दुर्घटना को देखते हुए अब परिवहन विभाग के साथ -साथ शिक्षा विभाग भी सचेत हो गया हैं. और आदेश जारी कर कहा है कि समय रहते जल्द अपने स्कूल के वाहन चालको पुलिस वेरीफिकेशन जमा करना होगा।
स्कूल संचालक कर रहे मनमानी…
कम पैसे मे वाहन चालक मिल जाने के कारण निजी स्कूल संचालक अपने वाहनो को अप्रशिक्षित वाहन चालको के हाथो सौपकर मासूम बच्चों के जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। प्रशिक्षित वाहन चालक द्वारा ज्यादा पैसो के मांग करने से बचने के लिए निजी स्कूल संचालक कम पैसे में नौ सिखियां वाहन चालको को रख कर अपने स्कूल के वाहनो सौप दे रहे है . जिससे आये दिन स्कूल वाहनो के दुर्घटना हो रहा है। वही दुसरी अपने वाहनो का रखरखाव मे कम अपनी कमाई मे ज्यादा ध्यान दे रहे है।
शिक्षा विभाग ने सभी निजी स्कलो केा जारी किये 16 बिंदुओ में आदेश ..
शिक्षा में सुधार लाने के लिए शिक्षा विभाग ने नये शिक्षण सत्र में 16 बिदुंओ में जिल के सभी निजी स्कूूल स्ंाचालको को आदेश जारी का सभी बिदुंओ पर कडाई से पालन करने के निर्देश दिये हैं। विभाग के निर्देश को नही मामने व लापरवाही बरतने पर मान्यता रदद करने की बात कही गई हैं। इस आदेश के बाद सभी निजी स्कूल संचालको कान खडंे हो गये है।