जांजगीर चांपा। जिले के जिला शिक्षा कार्यालय में आज का जमकर हंगामा हुआ। लिपिक संघ के पदाधिकारी अपने साथी क्लर्क पर हुए कार्यवाही को लेकर दर्जनभर लोग डीईओ कार्यालय के चेंबर में घुस गए जहां हंगामा करते हुए अपने साथी क्लर्क पर हुए निलंबन की कार्यवाही को रद्द करने की मांग करने लगे. निष्पक्ष जांच की बात करते हुए खूब हंगामा किया.. हंगामा देख जिला शिक्षा अधिकारी एच.आर. सोम कार्यालय छोड़कर भागने लगे किसी तरह बाजू के आबकारी विभाग के अधिकारी केचेंबर में घुस कर अपनी जान बचाई । शिक्षा अधिकारी द्वारा बीच बचाव के लिए कोतवाली पुलिस को बुलाना पड़ा मौके में दलबल सहित पुलिस पहुंची तो मामले को शांत कराया । तब जाकर मामला शांत हुआ। बाद में किसी तरह आबकारी विभाग से जिला शिक्षा अधिकारी वापस अपने कार्यालय में पहुचे। जिला शिक्षा अधिकारी ने मीडिया को बताया कि लिपिक संघ के पदाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा कार्यालय में घुसकर हंगामा कर रहे थे वही अपने लिपिक कर्मचारी पर हुए कार्यवाही को वापस लेने की दबाव बना रहे थे । जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने शांत होकर बात करने की बात कहते हुए बात शुरू ही किया था लेकिन पदाधिकारी ने खूब हंगामा करना शुरू कर दिया बाद में मौके पर पुलिस पहुंच कर दोनों पक्षों को शांत कराया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
बिना जांच की गई कार्रवाई..
लिपिक संघ के पदाधिकारी का कहना था कि हम सिर्फ चर्चा करने गए थे लेकिन डीइओ ने हमारी बात नहीं सुनी वही हमारे साथी कर्मचारी के ऊपर बिना जांच के कार्रवाई की गई है जबकि स्कूल संचालक के ऊपर किसी तरह कार्यवाही नहीं की है जिला शिक्षा अधिकारी एक तरफा कार्यवाही करते हुए स्कूल संचालक को अभय दान दे दिया है स्कूल संचालक द्वारा कुछ राशि राशि को कार्यालय के खाते में जमा कर दिया है वहीं कुछ राशि को समायोजन करने की बात भी कह रहा है फिर भी बिना जांच के एक तरफा निलंबन की कार्यवाही की है जो उचित नहीं है अब इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से भी करेंगे। वही निलंबित कर्मचारी सिर्फ टंकण मिस्टेक होना बता रहा है।
क्या है पूरा मामला..
मामला 2019-20 है .अशासकीय मयूरा कान्वेंट स्कूल बड़ौदा के संचालक द्वारा आरटीई के तहत शासन से मिलने वाली राशि को शिक्षा विभाग के सहायक ग्रेड 2 शिवानंद राठौर एवं कंप्यूटर ऑपरेटर विकास साहू से सांठगांठ कर 72 लाख 27 हजार 690 रुपये की शासकीय राशि को हेराफेरी कर अपने खाते में ले लिया गया। लिपिक द्वारा कॉन्वेंट स्कूल को मिलने वाले आरटीई के तहत राशि को बढ़ाकर ज्यादा भुगतान कर दिया गया है बाद में जब मामले की जानकारी डीईओ को हुई तो संबंधित विभाग के सहायक ग्रेड 2 शिवानंद राठौर एवं विकास साहू को 26 जनवरी 2023 को कारण बताओ नोटिस जारी किया । 19 जनवरी को दोनों कर्मचारी द्वारा जवाब प्रस्तुत किया गया जिसमें जवाब सही नहीं पाए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के तहत दोनों कर्मचारी को निलंबित कर दिया है।