लाखों का ट्रीटमेंट कराकर शादी के 5 साल बाद गूंजी थी किलकारी, आवारा कुत्तों ने उजाड़ दी मां की कोख

Why Do Dogs Bite: आवारा कुत्तों (Stray dogs) की समस्या देश की राष्ट्रीय समस्या बन चुकी है। दुनियाभर की बहस और सुप्रीम कोर्ट तक मामला गूंजने के बावजूद कुत्तों के कहर से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यूं तो दुनिया ही भगवान भरोसे है, लेकिन शासन-प्रशासन नाम की भी कोई चीज होती है। शहर कोई भी हो इस समस्या से अछूता नहीं है। नगर पालिका हो या फिर नगर निगम TAX लेने में पीछे नहीं रहते, लेकिन आवारा कुत्तों से लोगों को बचाना भी तो उनकी जिम्मेदारी होती है। यहां पर बात नागपुर की जहां आवारा कुत्तों ने एक मां की कोख उजाड़ दी।

ऐसी हर कहानी रुला देती है, लेकिन नहीं रुकता ऐसी खबरों के आने का सिलसिला

टीओआई की खबर के मुताबिक एक मासूम के दुखद अंत की ये कहानी वंश शहाणे नाम के उस बच्चे की है, जो तीन साल का था। आवारा कुत्तों के झुंड ने वंश को मार डाला। ये बच्चा अपने मां-बाप की एकलौती संतान था। वंश भगवान से की गई कई मिन्नतों और लाखों का ट्रीटमेंट कराने के बाद पीड़ित दंपत्ति की गोद में आया था।

लाखों के इलाज के बाद घर में गूंजी थी किलकारी

वंश की मां ने बताया कि लंबे समय तक इनफर्टिलिटी का इलाज के बाद वंश उनकी जिंदगी में आया था। उनके ट्रीटमेंट में 3 लाख का खर्च आया था। मातृत्व का सुख हासिल करने के लिए इस दंपत्ति ने बहुत मेहनत की। शादी के पांच साल बाद घर में बच्चे का जन्म हुआ तो परिवार ने इसे चमत्कार माना। बीते मंगलवार को वंश खेलने के लिए बाहर निकला था और मौदा के गणेश नगर इलाके में वो एक सुनसान जगह पर भटक गया था, तभी आवारा कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया. जिसमें उस मासूम की मौत हो गई।

स्थानीय निवासियों ने किया हंगामा

इस घटना के बाद परिवार में मातम है। मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने बुधवार को स्थानीय पुलिस स्टेशन का घेराव किया और प्रशासन से आवारा कुत्तों को इलाके से बाहर निकालने के लिए फौरन जरूरी कदम उठाने की मांग की। इस घटना में मारे गए वंश के पिता अंकुश ने कहा, ‘कुत्तों ने पहले पुलिस क्वार्टर में एक पुलिसकर्मी की छह साल की बेटी का कान काट लिया था, लेकिन फिर भी इस खतरे को रोकने के लिए कुछ नहीं किया गया।’

जब कुत्ते वंश को नोच रहे थे, तह एक राहगीर ने अपनी जान जोखिम में डालकर कुत्तों को पत्थरों से मारकर भगाया। जब तक मदद पहुंचती, लड़का मुश्किल से सांस ले रहा था। पुलिस प्रशासन ने ऐसे मामलों पर चिंता जताई है। पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज करके खानापूर्ति कर दी है।