नई दिल्ली। औरंगाबाद में औरंगजेब के मकबरे को लेकर विवाद अभी थमा भी नहीं है कि अब महाराष्ट्र के सतारा में अफजल खान के कब्र पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वाराणसी में ज्ञानवापी विवाद और एमएनएस की ओर से आए विवादित बयानों के बाद सतारा में अफजल खान के कब्र की सुरक्षा बढ़ाई गई है। इस बीच अफजल खान की कब्रगाह निरीक्षण किया गया। इस दौरान कब्र के पास रैपिड एक्शन फोर्स तैनात रही। निरीक्षण के दौरान आरपीएफ की 102 बटालियन के 50 जवान और क्यूआरटी के 15 जवान कब्र की निगरानी में तैनात रहे। वहीं अब आरपीएफ के कुछ जवानों की वहां स्थायी तौर पर तैनाती की गई है।
जानकारी के मुताबिक अफजल खान की क्रब का निरीक्षण सुरक्षा कारणों से गया था और इसके बाद अधिकारियों ने महाबलेश्वर के विभिन्न समुदायों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ एक बैठक बुलाई थी। उन्होंने महाबलेश्वर के लोगों से शांति की अपील की और उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी। दरअसल, हाल के दिनों विवादित बयानों के बाद प्रशासन ऐसे स्थलों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गया है जिसको लेकर विवाद होने की आशंका है।
आपको बता दें कि अफजल खान बीजापुर की आदिल शाही हुकूमत का लड़ाका था और औरंगजेब के निर्देश पर आदिल शाही हुकूमत ने उसे छत्रपति शिवाजी के खिलाफ लड़ने के लिए भेजा था। अफजल खान धोखे से शिवाजी का कत्ल करना चाहता था लेकिन शिवाजी ने वाघ नखे से अफजल खान की पेट चीरकर उसे मार दिया था।
आपको बता दें कि इससे पहले राजठाकरे की पार्टी एमएनएस के प्रवक्ता ने औरंगजेब के मकबरे को जमींदोज करने की मांग की थी। जिसके बाद स्थानीय मस्जिद समिति ने औरंगजेब के मकबरे में ताला लगाने की कोशिश की। लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने औरंगजेब के मकबरे को पांच दिनों के लिए बंद कर दिया था।