वीडियो: “सीटिंग इज नॉट गेटिंग ” टी. एस. सिंहदेव द्वारा कहे इन चार शब्द से ही उड सकती है कांग्रेसी विधायकों की नींद

कोरबा: “सिटिंग इज नाट गेटिंग” “विक्ट्री इज ग्रीटिंग” एक बार ये हुआ था कि “सिटिंग इस गेटिंग” ये कठिन लेकिन सत्ता की चाभी दिलाने वाले शब्द छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष ने कोरबा मे प्रेस को संबोधित करते हुए कहा है. दरअसल नेता प्रतिपक्ष ने अंग्रेजी के इन दो तीन शब्दो से ये साफ कर दिया है कि ये जरूरी नही कि अगर आप कांग्रेस से विधायक है तो फिर से आपको ही टिकट मिल जाए. खैर अब इस बडे और जिम्मेदार नेता की जुबानी अगर ठोस संकेत निकले है तो फिर कांग्रेस विधायक अपनी कुर्सी बचाने का उपाय ढूंढना शुरू कर सकते हैं.

34 मे 8 को मिली थी जीत
छत्तीसगढ़ की प्रथम पंक्ति के नेता और विपक्ष के नेता टी. एस. सिंहदेव ने कोरबा मे साफ, लब्जो मे कह दिया है कि सिटिंग इज नाट गेटिंग. इतना ही नहीं इन तीन चार शब्दो का विस्तार करते हुए सिंहदेव ने कहा कहा, कि पिछली बार 35 सीटिंग एमएलए मे 34 को फिर से चुनाव लडने का मौका मिला था. जिसमे मात्र 8 विधायक ही चुनाव जीते थे. इतना ही नहीं इशारो इशारो मे उन्होने ये संकेत भी दिया कि जहां जहां टिकट चेंज हुई या नए प्रत्याशी को मैदान मे उतारा गया. वहां पार्टी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. उन्होंने उदाहरण के रूप अजीत जोगी के पुत्र और नंद कुमार पटेल के अलावा सामरी विधायक का उदाहरण दिया. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष ने ये भी कहा कि पिछली बार जिन 35 विधायक मे एक विधायक की जगह दूसरे को टिकट दी गई थी. तो वहां भी कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी.

विधायक दल के सामने जोडा था हाथ
प्रेस के सामने श्री सिंहदेव ने साफ कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव मे 34 सीटिंग एमएलए मे से केवल 8 जीतकर आए. इसलिए मैने विधायक दल के सभी विधायकों से हाथ जोडकर ये कहा था कि मेरे को विधायक दल के नेता से हटा दीजिए क्योंकि मेरे से वो नही हो पाएगा कि मै लडकर सबको टिकट दिला सकूं. सिंहदेव ने ये भी कहा कि आप लोगों ने ही मुझे नेता प्रतिपक्ष बनाया है इसलिए मै अपनी तरफ से सभी विधायक का नाम पैनल मे रख जरूर सकता हूं. लेकिन सबको टिकट मिले. इस बात की गारंटी नहीं थी. लेकिन अंत मे उन्होंने कहा कि इसके पहले गारंटी थी.

इशारा किसकी ओर है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभावशाली नेता टी.एस. सिंह ने आखिरी मे कहा इससे पहले थी गारंटी. मतलब साफ है कि पिछले चुनाव मे कांग्रेस को मिली हार के लिए वो कांग्रेस के उन नेताओं को जिम्मेदार मान रहे हैं जो टिकट बंटवारे मे अहम रोल अदा करते थे. खैर इससे पहले छत्तीसगढ़ का कौन कांग्रेसी नेता टिकट बटवारे मे अहम रोल अदा करता था. ये तो सिंहदेव और उनकी पार्टी का अंदरूनी मामला हो सकता है. लेकिन जो बाते सिंह देव ने सार्वजनिक रूप से कही वो भले ही पार्टी के लिए जिताउ मंत्र बने. लेकिन कमजोर परफारमेंस वाले कांग्रेस विधायक इस बात को सुनकर सर दर्द होने से पहले बाम लगाने की कवायद मे जरूर जुट जाएगें.

वीडियों मे सुनिए पूरा मामला

https://youtu.be/tRD8B-Jv8Yk