रायपुर रमन सिंह द्वारा विपक्षी दलों को दशानन कहे जाने पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पलटवार करते हुए कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान में भाजपा की हार तय है।
2019 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस की जीत होगी। कांग्रेस अपने सहयोगियों के साथ केंद्र में सरकार बनायेगी। ऐसी हालत में भाजपा के हाथ से सत्ता फिसलते देखकर मुख्यमंत्री रमन सिंह जी अपना संतुलन खो बैठे हैं। संतुलन खोकर मानसिक छटपटाहट में इस प्रकार से बयानबाजी कर रहे हैं। पूरा छत्तीसगढ़ जानता है कि यहां किसको दर्द है, किसको घमंड है, किसको अभिमान है, कौन रावण है, कौन कालनेमी है, यह छत्तीसगढ़ में किसी को बताने की आवश्यकता नहीं है।
अंतागढ़ में मुख्यमंत्री रिकार्डिंग और सीडी के बारे में बोलते हैं और शाम को ही सीबीआई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को पूछताछ के लिए बुला लेती है। रमन सिंह के भाषण के बाद इतनी हड़बड़ी में सीबीआई रहती है कि सम्मान में तारीख कुछ और लिखती है और पूछताछ किसी और दिन होती है। मूणत कैसे कह रहे हैं कि माफी मांग ले तो मैं मांफ कर दूंगा? सीबीआई मूणत और रमन सिंह जी के कहने पर काम कर रही है क्या ? सबसे ज्यादा दुखद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का बयान है कि विपक्ष का भय ही हमारी सफलता है। यदि सत्ताधारी दल इतना घमंड कर रहा है, इतना अभिमान कर रही है, विपक्ष के भयभीत होने को अपनी सफलता मान रहा है तो यह स्पष्ट करता है कि भाजपा का लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई विश्वास नहीं है। भाजपा की हार तय देखकर भाजपा के सारे क्षत्रप बेबुनियाद अब बयानबाजी करने में लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी का यही घमंड, यही अभिमान, यही सोच भाजपा को ले डूबेगा और 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
अंतागढ़ में मुख्यमंत्री रमन सिंह के भाषण में सीडी का उल्लेख करते हैं और सीबीआई उसी दिन पूछताछ के लिए सारी मूलभूत बातों को दरकिनार कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को बुला लेती है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है विपक्ष का भय ही हमारी सफलता है। मंत्री राजेश मूणत माफी मांगने पर छोड़ देंने की बात कहते हैं। तीनों ही बातें सीबीआई की जांच पर भाजपा के नियंत्रण और राजनैतिक प्रतिशोध के लिए सीबीआई का दुरूपयोग के जीते-जागते सबूत हैं।