कांकेर…प्रदेश में प्रथम चरण का मतदान आज सम्पन्न हो गया..वही उत्तर बस्तर इलाके से ऐसी भी खबरे आई..जिसने अधिकारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया..
दरसल यह वाक्या किसी नक्सल घटना से प्रेरित नही है..बल्कि आज सुबह से निर्धारित समयावधि में पोलिंग बूथों पर वोटिंग मशीनों के साथ चुनाव अधिकारी पहुँच चुके थे..पर पोलिंग बूथ में मतदान करने वाले मतदाता नजर नही आ रहे..और अधिकारियों ने यह मान लिया था..की ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया..और अधिकारी ग्रामीणों के बीच जा पहुँचे ..उसके बाद जो बाते निकलकर सामने आई..उसके बाद तो सरकारी मातहत इसकी टोपी उसके सर करते रहे..
बता दे कांकेर विधानसभा के 4 गाँवो आमापनी, रावस,प्ररेबेडा, निशाहर्रा के पोलिंग स्टेशनों का लोकेशन अपरिहार्य कारणों से दो दिन पहले ही बदल दिया गया..जिसकी जानकारी ग्रामीणों को नही दी गई थी..और ग्रामीण थे..की वे पूर्व में निर्धारित पोलिंग स्टेशन आमापनी के सामने ही बैठे रहे.
वही चुनाव बहिष्कार की आशंका लिए स्थानीय प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों से मुखातिब होने पहुचे जिसके बाद पोलिंग स्टेशन बदलने की जानकारी ग्रामीणों को दी गई..