जैसा की आप जानते ही होंगे कि हालही में भारत के प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की घोषणा की थी, जिसके चलते देश में पुराने नोट बदलवाने के लिए लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था, पर वर्तमान समय में धीरे-धीरे लोगों का जीवन फिर से पटरी पर आ रहा है और लोग नोटबंदी के कारण कैशलेस पद्दति को अपना अपने सभी कार्य इंटरनेट के माध्यम से पेमेंट करके कर रहें हैं, वहीं दूसरी ओर अपने देश में भी एक ऐसी जगह है जहां वर्षों से लोगों ने नोट की शक्ल भी नहीं देखी है, क्योंकि वे यही काम वर्षों से कर रहें हैं, हम बात कर रहें हैं अपने ही देश में स्थित एक ऐसी जगह के बारे में जहां पर सभी लोग कैशलेस जीवन जीते हैं और उन्होंने इसलिए ही वर्षों से नोट के दर्शन भी नहीं किए हैं। आइये जानते हैं इस जगह के बारे में…
ऑरोविले शहर –
यह शहर तमिलनाडु में स्थित है और चैन्नई से महज 150 किमी की दूरी पर है। यह एक ऐसा शहर है जहां के लोग पूरी तरह से कैशलेस जीवन जीते हैं। यहां के लोगों ने वर्षों से नोटों के दर्शन तक नहीं किए हैं, ये लोग अपने सभी कार्यों का पेमेंट इंटरनेट के माध्यम से करते हैं। यह कहा जा सकता है कि भारत की सबसे पहली कैशलेस जगह यह “ऑरोविले शहर” ही है। यहां के लोग कैशलेस जीवन को नोटों वाली जिंदगी से कही ज्यादा सरल मानते हैं इसलिए यहां के सभी लोग कैशलेस पद्दति से अपने सारे कार्य करते हैं, यहां तक कि आपको यहां पर एक अनपढ़ व्यक्ति भी इंटरनेट के माध्यम से पैमेंट करता मिल जाएगा। भारत के इस शहर की जनसंख्या की बात करें तो यहां करीब 50 हजार लोग रहते हैं, जिनमें 45 अन्य देशों के लोग शामिल हैं।