अम्बिकापुर..अम्बिकापुर से बिलासपुर जाने वाली सडक की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है. और इसी दुर्दशा की दिशा सुधारने के लिए लोगों को सडक पर उतरतर प्रदर्शन करना पड रहा है. ऐसा ही जन आज जिले के उदयपुर मे जारी है. जहां उदयपुर की जनता सड़कों पर और सडक पर चलने वाले वाहन प्रदर्शन स्थल के दोनो तरफ जाम हो गए हैं. ऐसे मे सडक निर्माण कंपनी के एक जिम्मेदार कर्मचारी के बयान ने आग मे घी डालने का भी काम किया है.
अम्बिकापुर से बिलासपुर जाने वाले मुख्य मार्ग मे स्थित जनपद मुख्यालय उदयपुर मे आज आम लोग सडक पर उतर गए. रोजाना हादसो का कारण बन रही इस सडक की खराब हालत को लेकर लोगों ने चक्काजाम कर दिया. तो सडक के दोनो तरफ करीब 5-5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया. जाम मे वाहनों की संख्या कुछ देर मे हजार पहुंच जाएगी. लेकिन जब इस स्थिति से निपटने पुलिस और प्रशासन ने सडक निर्माण कंपनी के एक जिम्मेदार कर्मचारी को बुलाया तो उसके बयान से लोग और भडक गए. दरअसल लोगों को चक्काजाम समाप्त करने के लिए दी समझाईस मे कर्मचारी ने कह दिया कि हम सिर्फ गड्ढे भर सकते हैं. सडक पर डामरीकरण फिलहाल संभव नहीं है.
लखनपुर मे प्रदर्शन के बाद डामरीकरण.
उदयपुर की ही तरह दो दिन पहल 20 किलोमीटर पहले लखनपुर मे भी इसी सडक की हालत को लेकर प्रदर्शन हुआ था. जिसमे कांग्रेस कार्यकर्ताओ के साथ विधानसभा नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव भी मौजूद थे. वहां इसी कंपनी के कर्मचारी ने आश्वासन दिया और दो दिन मे खराब सडक पर डामरीकरण हो गया था. जबकि उदयपुर मे आम लोगों के प्रदर्शन को निर्माण कंपनी हलके मे ले रही है क्योंकि यहां कोई बडा नेता नहीं था..