जांजगीर चांपा। जिला मुख्यालय में बनने वाले 34 करोड़ का जल आवर्धन योजना में ठेकेदार को समय पर भुगतान नहीं होने से काम लटक गया है। गली मोहल्लों में गड्ढे खोदकर आधा अधूरा पाइप डालने का काम किया गया है। लगभग 7 माह से काम बंद है और अस्त व्यस्त रखे पाइप व खोद गए गड्ढों से लोगों को परेशानी हो रही हैए मगर नगर पालिका व जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी सुध नहीं है। राज्य शासन द्वारा वर्ष 2017 में नगरीय प्रशासन द्वारा शहर में बढ़ रहे जल सकंट को दूर करने के लिए जल आवर्धन योजना के तहत नये सिरे से पानी टंकी व इंटकवेल बनाने के लिए 34 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी गई थीए हालांकि नगर पालिका जांजगीर नैला द्वारा 29 दिसम्बर 2018 को नागपुर के मल्टी अरबन इंफ्रा सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को वर्क आर्डर जारी किया गया है। ठेकेदार द्वारा वर्क आर्डर जारी होने के बाद ड्राइंग डिजाइन के बाद पाइप लाइन का विस्तार का कार्य प्रारंभ कर दिया गया हैए मगर नपा की उदासीनता के चलते लगभग माह भर से काम बंद है। पाइप लाइन के लिए गड्ढा खोदे जाने से नालियां क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं पाइप को जहां.तहा रख दिया गया है। पाइप लाइन के लिए खोदे गए गड्ढे से नालियां पट जाने से पानी निकासी नहीं हो रही है। वहीं लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही हैए मगर इससे किसी को सरोकार नहीं है। माह भर से पाइप लाइन विस्तार का काम बंद है। ऐसे में एक तरफ गड्ढा और दूसरे तरफ पाइप रख दिए जाने से गलियां और सकरी हो गई हैए मगर इससे किसी को सरोकार नहीं है। लोग दीपावली के बाद काम शुरू होने की उम्मीद कर रहे थेए मगर पखवाड़े भर बीत जाने के बाद भी काम शुरू नहीं हो सका। ऐसे में खोदे गए गड्ढे के मलबे के धूल से भी परेशानी हो रही है। यहां काम अधूरा होने के चलते यहां रोजाना राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही राहगीर गिरकर चोटिल हो रहे हैंए बावजूद इसके नगर पालिका द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। काम रूकने की मुख्य वजह ठेकेदार को समय पर भुगतान नहीं किया जाना है। समय पर भुगतान नहीं होने से ठेकेदार ने काम रोक दिया है।