जांजगीर चांपा। जांजगीर चांपा लोकसभा प्रत्याशीयोें द्वारा नामंाकन फार्म जमा करने के बाद अब अपने प्रचार अभियान की गति को और रप्तार देने मे लगे हैं। सभी प्रत्याशी अपने -अपने कार्यकर्ताओ के साथ गांव -गांव जाकर जनसभा को संबोधित कर वोट मांग रहे है। पिता से मिली विरासत मे राजनीति का फायदा लेने कांग्रेस से रवि भारद्वाज चुनावी मैदान में कुद तो गये है पर खुद की कोई पहचान जिले मे नही के बराबर है। कांग्रेस पार्टी में प्रदेश सचिव को दायित्व निभा रहे थे। अब लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी बनाये जाने के बाद जनसंपर्क कर जनता के पास जाकर अपने पिता के नाम वोट मांग रहे तो दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी गुहा राम अजगले मोदी के नाम पर वोट मांग रहे है। भाजपा प्रत्याशी गुहाराम अजगले की पहचान पूर्व सांसद के नाम लोग थोडी बहुत जान रहे है पर 15 वर्षो से जिले की राजनीति से कोेसो दूर रहे है। कभी कोई पार्टी के बैठक व कार्यक्रम मे नही दिखे आज जिले में घुम घुम अपनी पहचान बता रहे है। अब अपने गलती को छुपाने जनता से मोदी के नाम वोट मांग रहे है।
प्रत्याशीयों को ओबीसी व सवर्ण वोटर से ज्यादा उम्मीदें…
जांजगीर चांपा लोकसभा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। यहां अनुसूचित जाति वर्ग के वोटर तीनो प्रत्याशीयो में बट जाने के बाद बचा ओबीसी, सवर्ण वोटर जो जिसके पाला मे गया जीत उसी उम्मीदवार की होना तय हैं। इस लिए तीनो दल के प्रत्याशी ज्यादातर ओबीसी, सवर्ण वोटरों को रिझानें मे लगे हैं। जिले में 40 से 45 फिसदी वोटर इन्ही वर्गो से आते हैं।
प्रत्याशीयों को बुनियादी समस्याओ से कोई सरोकार नही…
जिले में ऐसी बहुत समस्याऐ है जिन्हे दूर करने की आवश्यकता हैं। नेता तो चुनाव मे वादे तो बड़े -बड़े करते पर जीतने के बाद अमल नही करते । जिले मे पानी की समस्या के साथ स्वास्थ्य,शिक्षा, पलायन की गंभीर समस्या हैं। इन मुददो को प्रत्याशीयो द्वारा भूला दी जा रही है। वही मतदाता को भी अब जागरूक होना होगा ,जब उनके घर नेता आये ये सवाल जरूर पूछे की इन समस्याओ को हल कब पूरा होगा।