इंदौर जिले में कलेक्टर निशांत वरवड़े की पहल पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन किया जायेगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत वरवड़े के निर्देशन में अभियान समर्पण चलेगा। इस अभियान के अंतर्गत 18 वर्ष आयु तक के बच्चों का विभिन्न चयनित बीमारियों का नि:शुल्क इलाज कराया जायेगा। इस चयनित बीमारियों में जन्मजात विक्रतियां, शारीरिक दोष, शारीरिक कमजोरियों, कूपोषण, बहरेपन तथा दृष्टि दोष आदि को दूर करने तथा उनके ऑपरेशन और उपचार की व्यवस्था की जायेगी।
बताया गया है कि इसके लिए बीमार बच्चों की पहचान के लिए घर-घर जाकर सर्वे किया जायेगा। सर्वे के लिए सर्वेक्षणकर्ता नियुक्त किये जा रहें हैं। इन सर्वेक्षणकर्ताओं को प्रशिक्षण के दौरान मरीजों की पहचान करने के तौर तरीके सिखाए जायेगे। सर्वेक्षणकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 16 नवंबर से प्रारंभ हो रहा हैं जो 18 नवंबर तक चलेगा। जिले में अभियान के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई हैं। जिले में 18 वर्ष आयु तक के ऐसे बच्चें जिन्हे जन्म से विकृति दोष, विकास संबंधी देरी एवं विकलांगता है कि पहचान कर उन्हें उपचार उपलब्ध कराने के लिए चरणवद्ध कार्यक्रम तैयार किया गया हैं। इसके तहत 3 चरणों में कार्यक्रम संचालित किया जायेगा। प्रथम चरण में हितग्राहियों का सर्वे कर चिन्हाकन किया जायेगा। द्वितीय चरण में उनका चिकित्सा परीक्षण कराया जायेगा और तृतीय चरण में उपचार व पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
प्रथम चरण में हितग्राहियों के चिन्हांकन हेतु आशा कार्यकर्ता, एएनएम आगंनवाड़ी कार्यकर्ता, जन शिक्षकों व एनजीओ का सहयोग लिया जायेगा, इन्हें प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण के लिए विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया गया हैं। तद्नुसार 16 नवंबर को दोपहर 4 से शाम 6 बजे तक आनन्द मोहन माथुर सभागृह में शहरी क्षेत्र की समस्त आशा कार्यकर्ता, एएनएम, सुपरवाइजर, सीडीपीओ तथा सामाजिक न्याय विभाग के एनजीओ कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण रखा गया हैं।
इसी तरह 17 नवंबर को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ऑडीटोरियम में शहरी क्षेत्र तथा ग्रामीण क्षेत्र हातौद एवं इंदौर की परियोजनाओं की समस्त आगंनवाड़ी कार्यकर्ताओं तथा आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम आदि को प्रशिक्षित किया जायेगा। इसी तरह 17 नवंबर को ही मण्डी प्रांगण देपालपुर क्षेत्र के सर्वेक्षणकर्ताओं का प्रशिक्षण रखा गया हैं। महू क्षेत्र के सर्वेक्षणकर्ताओं के लिए 18 नवंबर को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक वेटनरी कॉलेज महू में तथा सांवेर क्षेत्र के सर्वेक्षणकर्ताओं प्रशिक्षण 18 नवंबर को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक मण्डी प्रांगण सांवेर में रखा गया हैं। सभी संबंधितों को निर्देश दिए गए है कि वे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें।