जांजगीर चांपा । जिला मुख्यालय के वार्ड नं. 16 डबरी पारा मे एक वृध महिला एक साल से एक घर के बरामदे में अपना गुजारा कर रही है। गर्मी हो या बरसात वह दुसरे के घर के बरामदे में रहती है। न उसका कोई घर है न ही सिर छिपाने को कोई छत। इस खबर को फटाफट जांजगीर रिपोर्टर द्वारा प्रमुखता से प्रकासित कर अधिकारीयो को अवगत कराया था। 12 महीनो से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर राधा बाई …न घर है न कोई सहारा… इस हेडलाइन से खबर प्रकाशित होने के बाद अपने नाम के अनुरूप फटाफट न्यूज एक बेघर बे सहारा वृध महिला की आवाज बनी। अपनी सरोकार पत्रिकारिता के नाम से जाने जाने वाले फटाफट न्यूज उन अधिकारीयो का धन्यवाद करता है जो आज उस महिला की खबर लेने मौके पर पहुचें और उनकी समस्या सुनी। और जल्द -जल्द उस महिला को घर मुहैया कराने का अश्वासन दिया।
जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 16 डबरी पारा में राधाबाई बिना घर के 12 महीनो से गर्मी ,बरसात मौसम में खुले आसमान रह कर गुजर बसर करने को मजबूर है। राधाबाई के पास न तो घर है,नही खाने व सोने की जगह,बेहर अपना दिन बिता रही है। राधाबाई की उम्र 75 वर्ष की हैं। पति के गुजर जाने के बाद अपने 3 बेटो के साथ कुछ दिन चांपा मे रहती थी । लेकिन समय बीतने के बाद उनके बेटो ने उन्हें घर से बेघर कर दिया। बाद मे इधर उधर भटकते जांजगीर में वार्ड नंबर 16 डबरीपारा मे एक घर के किनारे खुले आसमान मे नीचे रह कर अपनी जिदंगी जी रही है। भरे बरसात में बीना छत के वह अपना गुजारा ऐसी ही करती है। साल भर से गर्मी हो या भरे बरसात अपने एक बेटे के साथ रहती है।