
जांजगीर चांपा। पामगढ़ के कांग्रेसी विधायक शेषराज हरवंश के ऊपर अवैध रेत कारोबारियों को सरंक्षण देने का गंभीर आरोप लगा हैं। रेत माफियों को संरक्षण देने के लिए कलेक्टर , एसडीएम को लेनदेन कर सेटिंग करने विधायक का वायरल ऑडियो के बाद जिले में हड़कंप मच गया है. विधायक हरबंश के साख पर गंभीर चोट पहुंची है. जिले के हर चौक चौराहों में इसकी चर्चा आम हो गई है. हो सकता इसका खामियाजा आने वाले समय में विधायक को भुगतना पड़े। प्रदेश सरकार में जीरो टॉलरेंस की नीति के अनुसार विधायक पर कड़ी कार्रवाई कर सकती है.जिस तरह अवैध कोयला शराब मामलों में कई नेता,अधिकारी जेल में है।
अब आगामी चुनाव में इनकी पार्टी से टिकट भी कट सकती हैं। क्योंकि जिस तरह वायरल ऑडियो के बाद शेषराज हरबंश ने प्रेसवार्ता कर घटना को लेकर सफाई दे रही है उसमें कई विरोधाभास बाते सामने आई है। पहले वे कह रही कि रुपए का लेनदेन का जो बातचीत है वह रेत का चालान पटाने को लेकर है, फिर दूसरी बार में कह रही है कि मेरे द्वारा राजेश भारद्वाज के खिलाफ अवैध जमीन को कब्जा करने का शिकायत की थी जिसके के बाद मेरे खिलाफ षड्यंत्र करने लगा. अब प्रेसवार्ता कर रुपए लेनदेन का वायरल ऑडियो को AI एडिट बता रही हैं.
आज राजेश भारद्वाज ने भी प्रेसवार्ता कर विधायक शेषराज हरबंश के द्वारा उनके ऊपर लगाए आरोप को झूठा बताया. और विधायक के खिलाफ मानहानि करने की बात कहा है. अब पामगढ़ विधायक शेषराज हरबंश की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहा हैं। उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग राजेश भारद्वाज द्वारा कहा जा रहा हैं।
आपको बता दे कि जिले में बड़े संख्या में नेताओं और अधिकारियों के साठगांठ से अवैध रेत भंडारण से लेकर खनन का कारोबार फल फूल रहा है. आए दिनों अधिकारियों के पास रेत माफियों को छुड़ाने नेताओं के फोन आते रहते है. ऐसे ही नेताओं के संरक्षण में रेत का अवैध कारोबार धडल्ले से चल रहा हैं। विधायक हरवंश के कथित वायरल ऑडियो के बाद भले ही यह बात चर्चा में आया है, लेकिन पहले भी और आज भी कई क्षेत्र में रेत का अवैध कारोबार इन्हीं जैसे नेताओं के संरक्षण में चल रहा है. जिसका खुलासा होना बाकी हैं। खनिज अधिकारी से लेकर बड़े अधिकारियों, पुलिस थाना प्रभारी सबका अलग अलग रेट तय हैं. रेत माफियाओं द्वारा उन्हें प्रत्येक माह देना हैं। यह कोई आज के बात नहीं है । हसदेव, महानदी से बड़े संख्या में रेत के अवैध खनन होते हैं जो अन्य जिले तक पहुंचता है।