बतौली (निलय त्रिपाठी) क्षेत्र के सेदम में नाली निर्माण का कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है ।इस मामले में बार-बार ग्रामीण जनों द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है ।उधर संबंधित पंचायत ने एक या दो दिनों में खामियां दूर करने की बात कही है ,लेकिन फिलहाल कई महीनों से खुली और अमानक नाली निर्माण से आम जनों का जीना दूभर हो गया है।
बतौली क्षेत्र के सेदम में पिछले 5 महीने पहले तीन लाख 90 हजार की लागत से स्वच्छता अभियान के तहत नाली निर्माण कार्य की स्वीकृति हुई थी ।संबंधित पंचायत ने इस मामले में जमकर भ्रष्टाचार किया है ।अमानक नाली निर्माण से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है ।नाली बनाने के दौरान निकाली गई मिट्टी 5 महीनों से सड़क पर पड़ी हुई है ।इससे लोगों का आना जाना मुश्किल हो गया है। इसके अलावा नाली निर्माण के संबंध में स्थल परिवर्तन भी कर दिया गया है ।स्वच्छता अभियान के तहत गांव की गलियों में होने वाले कचरे का प्रबंधन करने के लिए नाली निर्माण की स्वीकृति हुई थी लेकिन इसे सेदम से गोविंदपुर मुख्य मार्ग पर बना दिया गया है ।खुली और अधूरी नाली से लोगों को रोजाना परेशानी हो रही है। गंदा पानी ,मक्खियां और बदबू से संक्रमण का खतरा बना रहता है ।ग्रामीण जन अब इस मामले में मुखर होने लगे हैं।ग्रामीणों की मांग है कि संबंधित पंचायत के नाली निर्माण कार्य की सूक्ष्मता से जांच की जाए।
कैसे होगा सड़क का निर्माण
सेदम में नाली निर्माण के मामले में एक विडंबनापूर्ण तथ्य यह है कि जिस सड़क के किनारे नाली का निर्माण आधा अधूरा किया जा चुका है उस सड़क के निर्माण के लिए भी स्वीकृति मिल चुकी है ।अब ऐसे में आने वाले महीनों में जब सड़क का निर्माण होगा तो बनी हुई नाली टूट फूट जाएगी और व्यापक पैमाने पर शासकीय राशि का दुरुपयोग हो जाएगा ।इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों की अनदेखी भी समझ से परे है। ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय राशि का इस तरह दुरुपयोग अनुचित है ।
सरपंच सेदम ने कहा की जल्दी ही नाली का निर्माण पूर्ण होने वाला है। सड़क पर जो मिट्टी बिखरी हुई है उसे एक या दो दिन में हटा लिया जाएगा और आमजन को राहत देने की कोशिश अवश्य की जाएगी।