नारायणपुर। नक्सलियों ने बीती रात ओरछा मार्ग के ग्राम टेकानार और झोरी के बीच सड़क पर पत्थर डालकर रोड जाम कर दिया है। पत्थरों पर बैनर भी रखे गए है। इसके साथ ही पर्चे पर फेंके गए हैं। सोमवार सुबह ओरछा से मुख्यालय के लिए निकली यात्री बस जिला मुख्यालय तक नहीं पहुंच पाई। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। इससे पहले 23 मार्च को भी नक्सलियों ने सड़क खोदकर, बिजली पोल गिराकर नारायणपुर ओरछा मार्ग को बंद कर दिया था। इस रोड पर नक्सलियों ने हफ्तेभर में दूसरी बार रास्ता अवरुद्ध कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
नक्सली बस्तर में 23 से 29 मार्च तक साम्राज्यवाद विरोध सप्ताह मना रहे हैं। 23 मार्च को नक्सलियों ने ओरछा ब्लॉक को नारायणपुर जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली पक्की सड़क को बटुम के पास दो जगह से काट दिया और बैनर लगा दिए। सड़क काटने की वजह से सभी यात्री बसें ओरछा में ही फंसी रही। बुधवार को ओरछा साप्ताहिक बाजार जाने वाले वाहन भी ओरछा तक नहीं पहुंच पाए। रास्ता बंद होने की वजह से छोटेडोंगर के माता मावली मेला पर भी असर पड़ा था। हालांकि बाद में पुलिस ने रोड ठीक कराकर रास्ता शुरू करवाया था।
नारायणपुर में काटे गए रोड पर नक्सलियों ने बैनर में आदिवासी महिलाओं पर हिंसा के खिलाफ संघर्ष करने की बात लिखी थी. क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन की ओर से लगाए गए इस बैनर में नक्सलियों ने महिलाओं पर बढ़ रहे मनुवादी पितृसत्तात्मक हमलों के खिलाफ संघर्ष तेज करने की बात लिखी थी. बैनर में लिखा था कि ‘महिलाओं को चारदीवारी के अंदर ही कैद रखने की हिदायत देने वाले मनुवाद शास्त्र को लात मारेंगे. महिलाओं को पुरुष का गुलाम समझने वाले मनुधर्म शास्त्र को दफना देंगे.’