अम्बिकापुर… जिले के उदयपुर थाना के एक एएसआई पर प्रार्थी की जगह आरोपी की रिपोर्ट लिखे जाने का आरोप लगा है… आरोप एक शासकीय कर्मचारी ने लगाया , जिसके घर कुछ लोगो ने घुसकर मारपीट की.. लेकिन जब पीडित रिपोर्ट लिखाने गया तो उसे बिठा दिया गया और आरोपी को घर से बुलाकर उसकी शिकायत दर्ज करा ली.. अब पीडित ने मुख्यालय पहुंच कर एसपी साहब से मदद की गुहार लगाई है…
सरगुजा जिले के उदयपुर ब्लाक स्थित लक्ष्मणगढ के रहने वाले शिवदत्त तिवारी के मुताबिक बीते 9 जुलाई को रात 8 बजे उसके घर मे सूरज नाम का युवक अपने साथी के साथ घर मे जबरन घुसने की कोशिश किया,, लेकिन जब पीडित शिवदत्त ने उन्हे रोकने का प्रयास किया तो वो उनके एक युवक तो दूर भाग हो गया , लेकिन सूरज नाम के युवक ने उनके साथ मारपीट.. लेकिन जब वो अपनी बीबी औऱ छोटे बच्चे के साथ उदयपुर थाने मे घटना की शिकायत करने पहुंचे तो वहां मौजूद एसआई कौशिक ने उन्हे थाने मे बिठा दिया और पहले आऱोपी को फोन कर थाने बुलाया और पीडित की शिकायत ना लिखकर आरोपी की तरफ से रिपोर्ट लिख ली…
पीडित लक्ष्मगढ का रहने वाला है और सानीबर्रा पंचायत के सचिव पद पर पदस्थ है… खैर सरगुजा और सूरजपुर की सरहद से लगे जिले के उदयपुर थाना मे इस तरह के मामले सामने आते रहते है.. लेकिन कभी कभार कोई पीडित हिम्मत करके पुलिस के आला अधिकारी तक फरियाद लेकर पहुंच ही जाता है.. और इस मामले मे भी ऐसा हुआ कि उदयपुर थाना मे रिपोर्ट ना लिखे जाने के काऱण पीडित शिवदत्त तिवारी ने इसकी शिकायक अम्बिकापुर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय मे की है.. और पुलिस के आला अधिकारी उप पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार कुंवर भी ये मान रहे है कि वहां इनकी शिकायत पर रिपोर्ट नही लिखी गई है.. जिसकी जांच कराई जा रही है…
उप पुलिस अधीक्षक ने पीडित शिवदत्त की शिकायत पर जांच कराने की बात कही है.. लेकिन ये नही बताया जांच किस बात की होगी… क्या जांच इस बात की होगी कि शिकातय क्यो नही लिखी गई .. या फिर इस बात की पीडित की रिपोर्ट की जगह आऱोपी की शिकायत क्यो दर्ज की गई.. बहरहाल वर्दी के खिलाफ वर्दी कार्यवाही करेगी.. या फिर आम लोगो के लिए हमदर्दी के नारे लगाने वाली पुलिस वर्दी के लिए हमदर्दी दिखाएगी..