बलरामपुर सरकार के वादाखिलाफी पर प्रदेश भर के लिपिक काली पट्टी लगाकर सरकार के विरोध में आंदोलन कर रहे है।
तीन दशक से लंबित वेतन विसंगति दूर करने और राजस्थान सरकार के अनुरूप चार स्तरीय वेतनमान देने की मांग को लेकर प्रदेश भर के लिपिक सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिलाध्यक्ष रमेश तिवारी के नेतृत्व में बलरामपुर जिले के समस्त लिपिक काली पट्टी लगाकर आंदोलन कर रहे हैं। विदित हो कि आंदोलन के प्रथम चरण में 11 मई को धरना प्रदर्शन करके कलेक्टर के माध्यम से एवं 26 मई को संभाग आयुक्त के माध्यम से लिपिकों ने सरकार को ज्ञापन दिया और अपनी मांग पूरी करने का निवेदन किया। विकास यात्रा के दौरान भी हर जिले में लिपिकों ने मुख्यमंत्री से मुलाक़ात कर अपना मांग पत्र सौंपा, परंतु सरकार के द्वारा कोई सार्थक कदम नहीं उठाने पर विरोध स्वरूप समस्त लिपिक 1 जून से काली पट्टी लगाकर कार्य कर रहे हैं।
जिलाध्यक्ष रमेश तिवारी ने बताया की 26 जून तक प्रदेश के समस्त लिपिक काली पट्टी लगाकर सरकारी काम करेंगे। 27 जून को सामूहिक अवकाश लेकर
धरना प्रदर्शन करेंगे। यदि इसके बाद भी सरकार ने हमारी मांगों को नजरअंदाज किया, तो 26 जुलाई से प्रदेश के समस्त कार्यालयों में कामकाज ठप कर दिया जाएगा, और प्रदेश भर के लिपिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करना भाजपा के 2013 के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल था, परन्तु भाजपा की सरकार बनने के बावजूद सरकारी कर्मचारियों की मांग पूरी न होने से समस्त कर्मचारी आक्रोशित हैं। कर्मचारी सरकार के खिलाफ लामबंद होकर सड़क पर उतरने को तैयार हैं।