क्या सरकार का ये सिस्टम 100 दिन मे वसूल पाएगा 75 करोड़ रूपए ?…

कोरबा.. जिले में बिजली बिल के बकाया वसूलने की तय सीमा को करीब 100 दिन का समय शेष बचा है.पर बिजली बिल की वसूली 75 करोड रुपए यानी हर दिन के हिसाब से 75 लाख की बिजली बिल की वसूली के इस आंकड़े ने कोरबा विद्युत वितरण विभाग की मुश्किल बढ़ा दी है..अब स्थिति यह है कि विभाग बिल वसूलने में पिछड़ता नजर आ रहा है.. और लगातार बिजली बिल बकाया की राशि बढ़ती ही जा रही है. लिहाजा यही वजह है कि पिछले वर्ष करीब 60 करोड रुपए बिजली बिल की वसूली विद्युत विभाग को करनी थी.. मगर यह आंकड़ा कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है ..गंभीर बात तो यह कि विभाग की इस बकायदारों की फेहरिस्त में कई शासकीय विभाग भी शामिल है.. जिनके खिलाफ कार्रवाई से सामान्य जीवन पर प्रभाव पड़ सकता है .ऐसे में विभाग पूरी कोशिश कर बिजली बिल बकाया वसूलने की बात कह रहा है ..जो की ना के बराबर ही सम्भव है..

दरअसल कोरबा विद्युत वितरण विभाग को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं से करीब 75 करोड़ रुपये की वसूली की जानी है ..दिलचस्प बात यह कि मार्च 2019 तक के समय अवधि में वसूली की चिंता अब विभाग को सताने लगी है… हालांकि विभाग ने अलग – अलग टीम बनाकर बिजली बिल वसूली की तैयारी शुरू कर दी है ..विभाग का कहना है कि अलग-अलग स्लैब में बकायेदारों की सूची तैयार की गई है और 50000 से ज्यादा के बकायेदारों के खिलाफ बिल जमा नहीं किए जाने पर बिजली सप्लाई कट करने की कार्रवाई की जा रही है..विभाग का कहना है कि चुनाव एवं अलग-अलग योजनाओं के क्रियान्वयन के कारण बिजली बिल वसूली की कार्रवाई पिछड़ी है मगर वह इसके लिए एक अभियान चला कर अधिक से अधिक बिजली बिल की वसूली की बात कह रहे हैं ..हालांकि विद्युत वितरण विभाग बड़े बकायेदारों के खिलाफ सख्ती से निपटने की बात कह रहा है मगर बिजली बिल के बकायेदारों में शासकीय विभाग भी बड़े बकायेदारों हैं ..ऐसे में इनके खिलाफ बिजली काटने या कड़ी कार्रवाई करने में विभाग को दिक्कत आ रही है हालांकि विभाग का कहना है कि विद्युत वितरण विभाग के लिए सभी बकायदा एक समान है और सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी मगर कहा जा सकता है .

विद्युत वितरण विभाग बिजली बिल की वसूली को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं यही कारण है कि पिछले साल बिजली बिल का बकाया करीब 60 करोड रुपए था और यह कम होने के बजाय बढ़ गया और अब 75 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुका है ऐसे में देखना होगा कि विभाग कितनी बिजली बिल की वसूली कर पाता है और उसकी सख्ती कितनी काम आती है..