कोरबा केंद्र में बीजेपी सरकार आने के बाद पीएम मोदी की और से “स्वच्छ भारत मिशन” चलाया गया। जिसमें देशवासियों से स्वच्छता को बढ़ावा देने की पेशकश की गई थी। इस मिशन में देश भर से बड़ी संख्या में लोग जुड़े और देश में स्वच्छता का वातावरण निर्मित करने का संकल्प लिया। इसी संकल्प के तहत हालही में इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने एक ऐसा कूड़ेदान बनाया है जो कि स्वच्छ भारत मिशन तथा डिजिटल इंडिया की संयुक्त मिसाल है। इस डस्टबिन को छत्तीसगढ़ प्रदेश के कोरबा जिले के “आईटी कॉलेज” के विद्यार्थियों ने बनाया हैं। इसे इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के इस्तेमाल से कुछ इस प्रकार से निर्मित किया गया है कि कूड़ेदान का सेंसर कूड़ा डालने वाले व्यक्ति की आमद को पहचान कर इसके ढक्कन को अपने आप ही खोल देता है तथा खुद ही बंद भी कर देता है।
इस डस्टबिन की एक खासियत यह भी है कि जैसे-जैसे इसमें कचरा भरता रहता है यह उसका आकलन करता रहता है। जैसे ही डस्टबिन कूड़े से भर जाता है तो इसके सेंसर से सफाई कर्मी के मोबाइल नंबर पर SMS भी जाता है। इससे समय तथा मैनपॉवर की बचत भी होती है। इसको सोलर पैनल से कनेक्ट कर ऊर्जा की बचत भी की जा सकती है।
जिन इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने इसको बनाया हैं उन्होंने इस ख़ास डस्टबिन को “डिजिटल डस्टबिन फॉर स्मार्ट इंडिया” नाम दिया है। इस डस्टबिन को निर्मित करने के लिए करीब एक माह का समय और 4 हजार रूपए का खर्च आया हैं। इस ख़ास कूड़ेदान को गौतम शर्मा, आकांशा महतो, गौरी नंदन त्रिपाठी तथा कमलकांत ने मिलकर बनाया हैं। ये सभी छात्र इंजीनियरिंग स्टूडेंट हैं।