रायपुर छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष धर्मजीत सिंह, पूर्व मंत्री विधान मिश्रा और रायपुर के पूर्व महापौर गजराज पगारिया ने शुक्रवार की रात मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह से उनके निवास में मुलाकात की । इन नेताओं ने मुख्यमंत्री से शहीद पं. विद्याचरण शुक्ल के नाम पर प्रदेश में किसी बड़े संस्थान का नामकरण करने की मांग की।रायपुर छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष धर्मजीत सिंह, पूर्व मंत्री विधान मिश्रा और रायपुर के पूर्व महापौर गजराज पगारिया ने शुक्रवार की रात मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह से उनके निवास में मुलाकात की ।
इन नेताओं ने मुख्यमंत्री से शहीद पं. विद्याचरण शुक्ल के नाम पर प्रदेश में किसी बड़े संस्थान का नामकरण करने की मांग की।
धर्मजीत सिंह, विधान मिश्रा व गजराज पगारिया ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें लिखा है कि शहीद पं. विद्याचरण शुक्ल को देश- दुनिया में भला कौन नहीं जानता था। पं. शुक्ल छत्तीसगढ़ से 7 बार सांसद रहे, देश की सरकारों में कई बार महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे, खेल जगत में उनकी सक्रियता रही और ओलंपिक संघ के अध्यक्ष भी थे। छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में पं. विद्याचरण शुक्ल की भूमिका को भी भुलाया नहीं जा सकता।
शहीद पं0 शुक्ल हमेशा दलगत राजनीति से अलग रहे दुर्भाग्य की बात ये है कि आज लाखों- करोड़़ो लोगों के दिलों में शहीद पं. विद्याचरण शुक्ल की यादें ही रह गई है। शहादत के 4 साल बाद भी पं. शुक्ल की प्रतिमा तक नहीं लग सकी । छत्तीसगढ़ में उनके नाम पर एक भी संस्थान नहीं है। आपसे आग्रह है कि शहीद पं. विद्याचरण शुक्ल की यादों के चिरस्थायी बनाए रखने छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय या अंतराष्ट्रीय स्तर के किसी संस्थान का नामकरण करवाएं । नया रायपुर का रेल्वे स्टेशन, बस्तर विश्वविद्यालय या फिर किसी बड़े संस्थान का नामकरण शहीद पं. विद्याचरण शुक्ल के नाम पर किया जा सकता है। आपके ऐसा करने से शहीद पं. शुक्ल को चाहने वाले लोग आपको दिल से धन्यवाद देंगे और आभार मानेंगे।