अम्बिकापुर आज अम्बिकापुर के चौराहों पर पुलिस की सख्ती नहीं मासूम बच्चो की हलचल दिख रही थी.. हाथों में खुबसूरत फूल लिए स्काउट गाइड लोगो को समझा रहे थे… ट्रैफिक पुलिस की चलानी कार्यवाही का खौफ नहीं था बस रिक्वेस्ट हो रहा था.. बच्चे कह रहे थे अंकल वादा करो ट्रैफिक नियमों का पालन करोगे.. दरअसल स्काउट एंड गाइड के बच्चों के द्वारा शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने का जिम्मा लिया गया है और इस सम्बन्ध में महीने में दो दिन ये बच्चे शहर के चौक चौराहों में देखे जाएंगे…
ये नजारा अंबिकापुर का है जहां ट्रैफिक की कमान नन्हे-मुन्ने स्काउट एंड गाइड के बच्चों के हाथों में है.. स्काउट के बच्चे चौक- चौराहों से यातायात नियमों को ताक पर रख कर गुज़र रहे लोगो को बिना हेलमेट पहने मोटर सायकल दौड़ाते… तीन सवारी लोगो को.. रोक कर मुस्कुराते हुए..फूल देकर नियम को मानने का आग्रह कर रहे है… और जब इतनी मासूमियत से.. कोई नन्हा फूल देकर कहे तो कानून को ठेंगा दिखाने वालों को शर्म आना लाजमी है..
दरअसल आज अंबिकापुर की 25 स्कूलों के लगभग 800 स्काउट एंड गाइड के द्वारा शहर के 14 चौक चौराहों में यातायात व्यवस्था की कमान सम्हाली और ट्रैफिक नियमो को तोड़ने वालो को रिबन.. फूल या चाकलेट देकर आग्रह किया गया की यातायात नियमो का पालन करें..
दरअसल अंबिकापुर पुलिस और यातायात विभाग ने इन बच्चो को पहले से ट्रेंड कर रखा है और यातायात के नियमो की बारीकिया इन बच्चो को पता है… फिर क्या है अब ये बच्चे सड़क पर निकल पड़े है और समाज के उन लोगो को नियमो का पाठ पढ़ा रहे है जो जल्दबाजी या अपने रसूख के चलते यातायात नियमो का पालन नहीं करते है..
बहरहाल अम्बिकापुर के यातायात विभाग से तो यहाँ का ट्रैक सम्हालता नही है.. सडको पर जाम की स्थति बनी रहती है.. रेड सिंगनल महीनो से खराब है ऐसे में लोग भी नियमो का पालन नहीं कर रहे है.. वही यातायात कंट्रोल करने अब शायद स्कॉट एंड गाइड का यह कदम रंग ला सकता है..