अंबिकापुर में बनाई गई कैनवास पेंटिंग ने बनाया वर्ल्ड रिकार्ड
अंबिकापुर पर्यावरणीय व जलवायु साक्षरता की थीम को ध्यान में रखते हुये शहर के जैव विविधता शिक्षण केंद्र में विश्व के सबसे बड़े कैनवास पेंटिंग का निर्माण विश्व अर्थ दिवस पर किया गया था इस पेंटिंग की मुख्य बात यह है कि इसमें केंद्र शासन तथा राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं व संयुक्त राष्ट्र संघ के डेवलपमेंट बातों को केंद्रित किया गया था.. और 20 हजार स्क्वायर फुट में बनने वाली पेंटिंग महज 2 घंटे में पूरी कर गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करा कर कीर्तीमान बनाया है ..
इस पेंटिंग के तहत ग्रीन ऊर्जा, जैव विविधता संरक्षण, कचरा प्रबंधन, जल संरक्षण, क्लाईमेंट एक्शन, बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ, हरिहर छत्तीसगढ़, मुख्यमंत्री बांसबाड़ी योजना, इंधर बचाएं भविष्य के लिये आदि विषयों को इस पेंटिंग में शामिल किया गया था। महत्वपूर्ण बात यह थी कि 20 हजार स्क्वायर फुट में बनने वाली पेंटिंग महज 2 घंटे में पूरी की गई थी और इस कार्यक्रम को गिनिज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज करने के लिए एप्रोच किया गया था..जिसके बाद अब संस्था ने गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने का कीर्तिमान प्राप्त कर जिले ही नहीं बल्की पूरे प्रदेश का गौरव बढ़ाया है..
गौरतलब है कि इसके पूर्व गिनिज बुक में 16 हजार स्क्वायर फुट में पेंटिंग बनाने का रिकार्ड दुबई ने दर्ज किया था, और इस रिकार्ड को तोड़ते हुए इको क्लब के तत्वाधान में सरगुजा में बच्चे 21447 स्क्वायर फुट की पेंटिंग बनाये थे और पहले से गिनिज बुक दर्ज 16 हजार स्क्वायर फिट की पेंटिंग के रिकार्ड को तोड़ कर अपना दावा प्रस्तुत किया और ये वर्ल्ड रिकार बनाया है।
बहरहाल गिनीज बुक के लन्दन कार्यालय से स्वीकृति मिलने के बाद इस रिकार्ड को बनाया गया था.. और दुबई के द्वारा बनाये गए इस रिकार्ड को ब्रेक कर अम्बिकापुर के लोगो ने यह वर्ल्ड रिकार्ड बना लिया है..