- 15 सौ बच्चो ने 2 घंटे में बनाई 20 हजार स्क्वायर फीट में कैनवास पेंटिंग
- गिनिज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज होगा यह कीर्तिमान
- दुबई में बनाया गया पिछ्ला रिकार्ड टूटा
अम्बिकापुर
वर्तमान परिस्थितियों में पर्यावरणीय व जलवायु साक्षरता आवश्यक है। इस थीम को ध्यान में रखते हुये शहर के जैव विविधता शिक्षण केंद्र में विश्व के सबसे बड़े कैनवास पेंटिंग का निर्माण 22 अप्रैल विश्व अर्थ दिवस पर किया जायेगा। इस पेंटिंग की मुख्य बात यह है कि इसमें केंद्र शासन तथा राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं व संयुक्त राष्ट्र संघ के डेवलपमेंट बातों को केंद्रित किया जायेगा। जैसे ग्रीन ऊर्जा, जैव विविधता संरक्षण, कचरा प्रबंधन, जल संरक्षण, क्लाईमेंट एक्शन, बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ, हरिहर छत्तीसगढ़, मुख्यमंत्री बांसबाड़ी योजना, इंधर बचाएं भविष्य के लिये आदि विषयों को इस पेंटिंग में शामिल किया गया। महत्वपूर्ण बात यह है कि 20 हजार स्क्वायर फुट में बनने वाली पेंटिंग महज 2 घंटे में पूरी की गई और इस कार्यक्रम को गिनिज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज किया जायेगा। गौरतलब है कि इसके पूर्व गिनिज बुक में 16 हजार स्क्वायर फुट में पेंटिंग बनाने का रिकार्ड दर्ज है। शनिवार को इको क्लब के तत्वाधान में सरगुजा में बच्चे 20 हजार स्क्वायर फुट का पेंटिंग बना लिए है वे गिनिज बुक में सबसे पहले व सबसे बड़ी पेंटिंग बनाने का पेंटिंग रिकार्ड दर्ज कर चुके है।
इको क्लब के ओपी अग्रवाल ने बताया कि विश्व पृथ्वी दिवस पर आयोजित यह बड़ा आयोजन मेरे जैव विविधता शिक्षण केंद्र में होगा। यह पूरा कार्यक्रम इको क्लब सहित शहर के विभिन्न स्कूलों के लगभग 1200 छात्रों के संयुक्त प्रयास से पूरा किया गया। इस कार्यक्रम में इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इको हीरो अवार्ड से सम्मानित हिमांगी हालदार व टीम तथा अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान मेले में भारतीय टीम में छत्तीसगढ़ से चयनित उत्तम तंबोली भी उपस्थित रही। कार्यक्रम सुबह 7 बजे से शुरू हुआ और 2 घंटे में वल्र्ड रिकार्ड बनाने वाली इस वृहद कैनवास पेंटिंग को बना लेने का दावा इको क्लब के प्रभारी पानू हालदार ने किया है।