अम्बिकापुर- दीपक कश्यप
स्वच्छता के प्रति जितनी संजीदगी सरगुजा जिले के सोनतराई गांव में दिख रही है उतनी शायद ही किसी अन्य गांव में देखने को मिली हो। दरसल स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने शौचालयों का यहाँ के तक़रीबन 90 फीसदी ग्रामीण इस्तेमाल कर रहे है। बस इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहाँ के ग्रामीण किस कदर स्वच्छता के प्रति जागरूक हो चले है। सरगुजा जिले के सीतापुर विकासखंड अंतर्गत का गांव सोनतरई हैं जहाँ के ग्रामीणों ने एक मिसाल पेश की है। दरअसल यहाँ के ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनने वाले शौचालयों के बनने के प्रति जितने जागरूक नज़र आये उतने ही इनके उपयोग के लिए भी सजगता दिखा रहे है।
यहाँ के ग्रामीण जितने जागरूक हैं उतने की जागरूक यहाँ के सरपंच भी है। जिन्होंने ना केवल ग्रामीणों को शौचालयों के नियमित इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया बल्कि बाकायदा बेहतर जागरूकता लाने एक मॉनिटरिंग समिति भी बनाई है। सरपंच की यह टीम गांव में घूम-घूम कर यह निगरानी भी करती है कि कौन शौचालयों का उपयोग कर रहा है और कौन नहीं।अगर कोई ग्रामीण खुले में शौच करता है तो 500 सौ रुपए जुर्माना वसूलने का भी प्रावधान बनाया गया है हलाकि अभी तक कोई भी ग्रामीण खेतो में शौच करते नहीं देखा गया है। सरपंच की यह टीम शौचालयों के उपयोग के फायदों के साथ साथ यह भी ध्यान रखती है कि जो शौचालयों का प्रयोग नहीं कर रहा है उनसे कड़ाई से इसका पालन कराया जाये। बहारहाल जनप्रतिनिधी सहित आम जन भी यदि इसी तरह जागरूक हो जाएं तो वह दिन दूर नहीं जब पूरा भारत खुले में शौच मुक्त हो जाये।