देर सबेर की उम्मीद पर टिकी सरगुजा की पुलिस

तीन बैंक डकैती के मामले में अब तक सिर्फ लाठी पीट रही पुलिस 

करोडो का सोना मिलेगा या नहीं, इस पर पुलिस को भी संषय

अम्बिकापुर-दीपक सराठे 

सांप निकलने के बाद लाठी पीटने की कहावत सरगुजा पुलिस की कार्य प्रणाली पर सटिक बैठती है। सरगुजा में तीन हाई प्रोफाईल बैंक डकैती व चोरी के आरोपियों तक पुलिस महिनों बीत जाने के बाद भी पहुंच नहीं सकी है। बैंक डकैती के सिलसिले में पटना व झारखण्ड से वापस खाली हाथ आ चुकी पुलिस के सामने अब लाठी पीटने के अलावा कोई और चारा नहीं रह गया है। हालांकि पुलिस यह दावा जरूर कर रही है कि आरोपी पकड़े जायेंगे परंतु करोड़ो का सोना वापस मिल पायेगा इस पर पुलिस को भी संशय है। दूसरी ओर तीनों बैंक में चोरी व डकैती के बाद सक्रिय हुई पुलिस के क्रियाकलाप एक बार फिर ठंडे बस्ते में दिखाई दे रहे हैं।

गौरतलब है कि सरगुजा में बतौली स्टेट बैंक में करोड़ो की चोरी के बाद नगर के मध्य व पुलिस थाने से महज कुछ दूरी पर ग्रामीण बैंक मुख्य शाखा में 12 लॉकर काट कर करोड़ो के सोने की चोरी व इन सब के बाद दिन दहाड़े नगर के ब्रम्ह रोड स्थित मणपुरम गोल्ड कंपनी से करोड़ो के सोने की डकैती से सरगुजा में पुलिस की चैकसी संदेह के घेरे में आ चुकी है। इन बड़ी चोरी व डकैती के बाद पुलिस ने अपनी सक्रियता जरूर दिखाई परंतु उस सक्रियता का भी कोई खास परिणाम देखने को नहीं मिल सका है। ग्रामीण बैंक में चोरी के मामले में तीन आरोपी को जरूर पुलिस ने पकड़ा परंतु अभी तक उसके दो मुख्य आरोपी फरार ही हैं। यहीं नहीं सफलता के नाम पर पुलिस पकड़े गये आरोपियों से चोरी गये सोने का एक ढेला तक बरामद नहीं कर सकी। बतौली बैंक चोरी की असफलता के बाद ग्रामीण बैंक मामले में विफल हुई पुलिस को चोरों ने मणापुरम गोल्ड कंपनी में दिन दहाड़े डकैती डालकर कड़ी चुनौती दे डाली। चोरों की इस चुनौती को अभी तक सरगुजा की पुलिस पूरा नहीं कर सकी है। आलम यह है कि महीनों बीत जाने के बाद भी इन हाई प्रोफाईल की चोरी व डकैती का एक भी सुराग लगा पाने में पुलिस नकाम रही है। कहा जा सकता है कि सांप निकलने के बाद सरगुजा पुलिस सिर्फ लाठी पीटने का काम कर रही है। शहर में अब यह चर्चा का विषय बन चुका है। शहरवासी जहां यह कह रहे हैं कि किसी तरह आरोपी तक पुलिस पहुंच भी गई तो करोड़ो का सोना लाना इनके बूते की बात नहीं है। जहां यह सोंच शहरवासियों की हैं वहीं पुलिस को भी इस बात का संशय होना पुलिस की कार्य प्रणाली पर कई सवालिया निशान खड़े कर रहा है।

सरगुजा के बैंक लगातार चोरो के निशाने पर

सरगुजा में बैंको की सुरक्षा को लेकर शुरू से ही कई सवाल जहां खड़े हैं वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ली गई कई बैठकें सिर्फ बैठकों तक ही सीमित होकर रह गई है। दूसरी तरफ चोरों व डकैतों के निशानों पर सरगुजा के असुरक्षित बैंक हैं। बतौली बैंक के बाद अम्बिकापुर ग्रामीण बैंक, मणापुरम गोल्ड कंपनी और फिर उसके बाद लखनपुर पुहपुटरा ग्रामीण बैंक शाखा में चोरों व डकैतों की धमक ने इस बात को साबित कर दिया है कि सरगुजा में बैंको की सुरक्षा में किस प्रकार की लापरवाही बरती जा रही है।

देर सबेर मिलेगी सफलता-एसपी

उक्त चारो बैंक में चोरी व डकैती को लेकर सरगुजा एसपी राधेश्याम नायक ने बातचीत में बताया कि मणापुरम गोल्ड लोन कंपनी में डकैती डालने वाले पांचों युवक का नाम उनके पास आ गया है। देर सबेर इस मामले में सफलता मिल जायेगी। अम्बिकापुर ग्रामीण बैंक में चोरी के दो मुख्य आरोपी के बारे में बताया कि दोनों आरोपी परिवार सहित घर से फरार हैं उनकी पुलिस टीम आरोपियों पर नजर बनाई हुई है। स्टेट बैंक बतौली में हुई चोरी के बारे में उन्होंने बताया कि कोई सुराग अभी तक नहीं लगा है जिससे आरोपियों तक पहुंचा जा सके। लखनपुर पुहपुटरा ग्रामीण बैंक में सेंधमारी के बारे में उन्होंने बताया कि यह कोई शरारती तत्वों का हाथ था।