- विकास कार्य के पत्थर मे गैरजरुरी नेताओ के नाम
- नाम को लेकर स्थानिय नेताओ ने किया विरोध
- महापौर और सीतापुर विधायक का नाम लखनपुर क्षेत्र के विकास कार्य के पत्थरो पर
- अनुराग ने कहा भूपेश का नाम क्यो भूल गए है साहब
अम्बिकापुर
सरगुजा मे अफसरशाही अपने चरम पर पंहुच गई है जिसकी बानगी आज लखनपुर के अमगसी मे आयोजित विकास पर्व और किसान मेला मे साफ देखने को मिली। दरअसल इस गांव मे जिन विकास कार्य का शिलान्यास और भूमि पूजन किया गया। उस विकास कार्य के पत्थर मे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियो के अलावा उन नेताओ का भी नाम था जिनका इस क्षेत्र से कोई संबध नही है। हांलाकि इस विवादित दृश्य को देख कुछ नेता… अधिकारी पर भडके तो कुछ ने इसकी शिकायत कार्यक्रम मे मौजूद जिले के प्रभारी और प्रदेश के जलसंसाधन,कृषि मंत्री से करने की बात कही है।
प्रदेश के कृषि ,जलसंसाधन एंव पशुपालन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल आज प्रशासनिक अमले और जनप्रतिनिधधियो के साथ लखनपुर विकासखण्ड के अमगसी गांव पंहुचे। उनके साथ सरगुजा सांसद कमलभान सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह भी थी। कार्यक्रम की शुरुआत विकास कार्यो के लिए लगे पत्थरो से पर्दा हटाकर विकास कार्यो के भूमि पूजन और शिलान्यास से हुई, लेकिन जैसे ही जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए विकास कार्यो के पत्थरो के सामने से लाल पर्दा हटा वैसे ही कुछ चेहरे लाल हो गए। लाल होना लाजमी भी था क्योकि इन पत्थरो मे जिन जनप्रतिनिधियो के नाम जिला प्रशासन द्वारा लिखवाया गया था ,, उनमे से कई ऐसे जनप्रतिनिधियो का नाम भी शामिल था, जिनका जनप्रतिनिधि के नाते इस क्षेत्र कोई रिश्ता ही नही रहा है।
पिछले प्रदेश के सत्ताधारी दल अविभाजित सरगुजा जिले की आठ मे से सात विधानसभा सीट हार चुका है और जिले मे कांग्रेस विधायको की बाढ सी आ गई है। लिहाजा प्रदेश मे भाजपा की सरकार होने के बाद भी सरगुजा जिला मे कांग्रेसमयी वातारवण का असर अधिकारियो के दिलो दिमाग मे साफ दिखने लगा है। जिसके कारण इस तरह की परिस्थितियां निर्मित होना स्वाभाविक है।
किस नाम का हुआ विरोध
विकास कार्य के पत्थर मे लिखे कुछ नामो का विरोध कार्यक्रम मे उपस्थित बडे नेताओ के साथ ही क्षेत्र के स्थानिय भाजपा नेताओ ने भी किया। क्षेत्र के नेताओ के साथ ही कुन्नी भाजपा मण्डल अध्यक्ष बिहारी लाल तिर्की ने कहा कि विधानसभा नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहेदव इस क्षेत्र के विधायक है इसलिए उनके नाम से हमे कोई परहेज नही है , लेकिन विकास कार्यो के पत्थऱ मे लिखे सीतापुर विधायक अमरजीत भगत और अम्बिकापुर नगर निगम के महापौर डाँ अजय तिर्की का नाम पर उन्होनो आपत्ति जताई और मसले की शिकायत कार्यक्रम मे मौजूद प्रभारी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से करने की बात कही है।
भाजपा प्रदेश मंत्री भी हुए नाराज
भाजयुमो के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एंव भाजपा के प्रदेश सचिव अनुराग सिंहदेव को जब क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियो और भाजपा कार्यकर्ताओ ने इस बात की जानकारी दी , तो उन्होने मौके पर मौजूद जिला पंचायत सीईओ और कार्यक्रम की तैयारी के दौरान प्रभारी कलेक्टर रहे आर एक्का से कहा कि “ साहब इन पत्थरो मे केवल भूपेश बघेल जी का नाम छूटा है आप लिखवाना कैसे भूल गए “। इतना ही नही अनुराग सिंह ने सीईओ से पूछा कि अम्बिकापुर के महापौर डाँ अजय तिर्की और सीतापुर विधायक का इस क्षेत्र से क्या मतलब है ? और मतलब नही तो फिर ऐसे जनप्रतिनिधियो का नाम विकास कार्यो के पत्थर मे लिखाकर आप उनकी कैंपेनिंग कर रहे है क्या ? लेकिन इन सवालो का जवाब शायद सीईओ साहब के पास नही था लिहाजा वो बिना जवाब दिए फिर अपने काम मे व्यस्त हो गए।
बहरहाल इस पूरे घटनाक्रम को देखकर वो पंक्तियां याद आती है
रेत मे नाम लिखने से क्या फायदा ,, एक आएगी लहर और मिट जाएगा सब कुछ , तुमने पत्थर का दिल हमको कह तो दिया ,, पर पत्थरो मे लिखोगे तो मिटेगा कंहा