MPox Virus, Monkey Pox Virus, WHO Health Emergency : कोरोना के बाद अब एक और खतरनाक बीमारी ने दुनिया भर में चिंता में डाल दिया है। मंकीपॉक्स ने अब 70 से अधिक देशों में दस्तक दी है, और इसके कारण सैकड़ों मौतें हो चुकी हैं।
इस स्थिति को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है। यह घोषणा डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में वायरल संक्रमण के प्रकोप के बाद की गई है, जो अब पड़ोसी देशों में भी फैल चुका है।
यह दूसरी बार है जब एमपॉक्स को वैश्विक आपातकाल घोषित किया गया है, और इसका यह कदम एक बार फिर से वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली को चुनौती दे रहा है।
महामारी की गंभीरता: 27,000 केस और 1,100 मौतें
मंकीपॉक्स दशकों से अफ्रीका के कुछ हिस्सों में मौजूद है, लेकिन हाल के वर्षों में यह बीमारी तेजी से फैल रही है। पहला मामला 1970 में कांगो में सामने आया था, और तब से इसका प्रकोप जारी है। जनवरी 2023 में कांगो में एमपॉक्स का सबसे खराब प्रकोप देखा गया था, जिससे अब तक 27,000 मामले सामने आ चुके हैं और 1,100 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं, जिनमें से अधिकांश बच्चे हैं। एमपॉक्स की बीमारी आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षण और मवाद से भरे घाव पैदा करती है, जो अक्सर हल्की होती है लेकिन गंभीर मामलों में जानलेवा हो सकती है।
मंकीपॉक्स के लक्षण
मंकीपॉक्स का संक्रमण होने पर शुरुआती लक्षण बुखार, सिरदर्द, सूजन, पीठ दर्द और मांसपेशियों में दर्द होते हैं। बुखार उतरने के बाद, शरीर पर चकत्ते आ जाते हैं, जो आमतौर पर चेहरे से शुरू होकर अन्य हिस्सों तक फैल जाते हैं। इन चकत्तों में खुजली या दर्द हो सकता है। संक्रमण अपने आप ठीक हो जाता है और 14 से 21 दिनों के बीच रहता है। हालांकि, गंभीर मामलों में घाव पूरे शरीर में फैल सकते हैं, जो मुंह, आंखों और गुप्तांगों पर हो सकते हैं।
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है, जिसमें यौन संबंध और संक्रमित व्यक्ति के करीब से बात करना शामिल है। यह वायरस शरीर में आंख, श्वसन तंत्र, नाक या मुंह से प्रवेश कर सकता है। मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति की इस्तेमाल की गई चीजों को छूने से भी फैल सकता है, । बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह वायरस संक्रमित जानवर जैसे बंदर, चूहे और गिलहरी से भी फैल सकता है। हालांकि साल 2022 में मंकीपॉक्स वायरस यौन संपर्क के माध्यम से अधिक फैला था और इस बार भी डीआर कांगो में मंकीपॉक्स फैलने का प्रमुख कारण यौन संपर्क ही है।
मंकीपॉक्स से बचाव के उपाय
मंकीपॉक्स से बचाव के लिए कई सावधानियां बरतनी चाहिए। एडवाइजरी के अनुसार, संक्रमित व्यक्ति के करीब न जाएं और यदि आस-पड़ोस में वायरस फैला हो तो नियमित रूप से हाथ धोएं। संक्रमित व्यक्ति को तब तक अलग रखना चाहिए जब तक गांठें ठीक न हो जाएं। WHO का सुझाव है कि ठीक होने के 12 हफ्तों तक सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए। सबसे अच्छा उपाय यह है कि मंकीपॉक्स की वैक्सीन लगवाई जाए, जो इस बीमारी के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती है।
वायरस का असर: किन लोगों को खतरा है ज्यादा
वायरस का सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ता है जो एक से अधिक यौन पार्टनर रखते हैं या नए पार्टनर के संपर्क में आते हैं। ऐसे लोग भी संक्रमण के शिकार हो सकते हैं जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ चुके हैं।
मंकीपॉक्स एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बन गया है, जिसने विश्व स्वास्थ्य संगठनों को वैश्विक आपातकाल की घोषणा करने पर मजबूर किया है। इस वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए तत्काल उपायों की आवश्यकता है और सभी को सतर्क रहना चाहिए। उचित सावधानी और सही जानकारी के साथ, हम इस संकट से निपट सकते हैं और एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।