भाजपा जनप्रतिनिधियों का काम चूडियां व घड़ा फोडने तक रह गया सीमित-महापौर

  • ग्रेवटी लाईन में ब्लॉकेज के कारण पानी की हुई समस्या : महापौर
  • भाजपा शासित जनप्रतिनिधियों ने दस वर्षों में मेनटेनेंस तक नहीं किया इसलिये बनी ऐसी स्थिति

अम्बिकापुर

नगर में सप्ताह भर से चरमराई पेयजल व्यवस्था को लेकर आज महापौर डॉ. अजय तिर्की ने शहर में 10 साल तक स्थापित रहे भाजपा जनप्रतिनिधियों पर तीखे वार किए। गौरतलब है कि शनिवार को भाजपा नगर मण्डल द्वारा शहर मे पेय जल समस्या को लेकर एक रैली निकाली गई थी। जिसमे उन्होने निगम के सत्ताधारी दल और अम्बिकापुर विधायक पर पानी की समस्या का जिम्मेदार ठहराया था। जिसके बाद आज महापौर नें अपने कांग्रेस पार्षदो के साथ एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर पानी की समस्या की असल वजह आम लोगो के तक पंहुचाने की कोशिश की।

पीसी में महापौर ने क्या कहा 

पेयजल संधारण के मद में जो पैसे आये उसे बेवजह वाटर पार्क में खर्च कर दिया और 10 साल में एक भी बार मुख्य पाईप लाईन के मेनटेनेंस का काम भाजपा शासित जनप्रतिनिधि नहीं कराये। हमारे पास जो भी पैसा शासन से आ रहा है वह सिर्फ उनके दस साल तक खोदे गये गड्डे को पाटने में खर्च हो रहा है। यही नहीं मुख्य हेवी पाईप लाईन लगाई गई है वह भी बिना बेस के बनाई गई है। भाजपा जनप्रतिनिधि हल्ला करने के बजाय अगर किसी समस्या में सहभागिता दिखाते तो कुछ और बात रहती।। श्री तिर्की ने कहा कि अगर नगर निगम संबंधी कोई भी समस्या थी तो महापौर, पार्षदों व अधिकारियों को बोलना व कोसना चाहिये था, परंतु नगर विधायक टीएस सिहदेव को जिस तरह से बदनाम करने की मंशा से शहर में मटकी लेकर हो-हल्ला किया गया, उस पर उन्होंने घोर आपत्ति दर्ज की। उन्होंने यह भी कहा कि नगर विधायक को यह बदनाम करने की साजिश है। भाजपा जनप्रतिनिधियों का अब चूृडियां व घड़ा फोडना ही काम रह गया है।

श्री तिर्की ने कहा कि हमारे पास 48 वार्ड के लिये 4 ट्रेक्टर , 4 टेंकर व 30 फिक्स स्टैण्ड टेंकर हैं, जो नाकाफी हैं। अभी भी 25 प्रतिशत मोहल्ला टेंकर व हैण्डपम्प के भरोसे है। हमारी निगम में सत्ता आते ही पहले संकल्प में बेहतर पेयजल व्यवस्था के लिये संसाधन बढ़ाने का प्रस्ताव बनाकर शासन को दिया गया है। यही नहीं नगरीय प्रशासन मंत्री के सामने भी यह बात रखी गई है। पिछले एक सप्ताह से पेयजल व्यवस्था चरमराने के मामले में हमारी पूरी टीम अपने सामथ्र्य के अनुसार काम में लगी रही। 3 मार्च को जल संसाधन विभाग द्वारा बांकी डेम का गेट खोलने के बाद रिपेयरिंग करने से पानी कम हुआ और गांव वाले कम पानी देखकर मछलियां भी मारने लगे। इसी वजह से ग्रेविटी लाईन में शैवाल व अन्य कचड़ा जाकर फंस गया। काफी खोजबीन करने से यह समस्या सामने आ सकी। ग्रेविटी लाईन को साफ कराने के बाद आज रात को 60 प्रतिशत तक पानी शहर को मिलना शुरू हो जायेगा। कल तक सारी व्यवस्था दुरूस्थ कर ली जायेगी। वार्ता के दौरान नगर निगम सभापति शफी अहमद, एमआईसी सदस्य द्वितेंद्र मिश्रा, हेमन्त सिन्हा, विजय सोनी सहित अन्य पार्षद उपस्थित थे।