खबर का असर : जिला पंचायत अध्यक्ष की फटकार के बाद पीडित पण्डो युवक का हुआ आँपरेशन

  • एक दिन पहले जिला पंचायत अध्यक्ष ने डाक्टरो को लगाई थी फटकार
  • फटाफट न्यूज पोर्टल में प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी खबर

 अम्बिकापुर

जिला अस्पताल में डाक्टरो की मनमानी और भ्रष्ट रवैये की खबर पोर्टल में https://fatafatnews.com/ambikapur-district-hospital-doctors-are-not-the-end-of-the-arbitrary/    प्रकाशित होने के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन ने आखिरकार पण्डो परिवार के युवक का इलाज बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के कर दिया है। गौरतलब है कि सूरजपुर जिले के ओडगी क्षेत्र के खेलसाय पण्डो को पैर के आपरेशन के लिए अम्बिकापुर जिला अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ नें रुपया एक निजी मेडिकल स्टोर में जमा कराने की मांग की थी। और रुपया जमा नही कराने के कारण युवक को 23 दिनो तक अस्पताल मे भर्ती कराया था।

ओडगी क्षेत्र का रहने वाला खेलसाय पण्डो का डेढ वर्ष पहले पैर फैक्चर हो गया था। जिसके बाद उसके पैर में राँड लगाने के नाम पर अम्बिकापुर जिला अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डाँ श्रीवास्तव नें शहर के एक चर्चित मेडिकल स्टोर में उसके परिजनो से 23 हजार रुपए जमा करवाए थे। उस समय गरीब परिवार ने रुपया जुटा कर किसी तरह आपरेशन करा लिया। लेकिन उसके बाद पैर में लगे राड को निकालने के लिए जब डेढ साल वो बाद जिला अस्तपात पंहुचा , तो डाँ श्रीवास्तव नें बतौर इक्वीपमेंट खर्च उसी मेडिकल स्टोर में फिर से 15 हजार रुपए जमा करने की बात कही थी। इतना रुपया का जुगाड नही होने के कारण युवक पिछले 23 दिनो से जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड मे पडा था। इतना ही नही अस्पताल के आरएमओ जैसे जिम्मेदार पद पर पदस्थ उक्त डाक्टर ने मीडिया मे आई खबर के बाद पीडित युवक को जिला अस्पताल से यह कह कर रेफर कर दिया कि उसका इलाज यंहा नही हो सकता है। जबकि मसला उसी राँड को पैर से निकालने का था। जिसको 25 हजार जमा करा कर खुद डाँ श्रीवास्तव ने लगाया था।

हांलाकि मीडिया में आई खबरो के बाद मामले में गंभीरता दिखाते हुए सरगुजा जिला पंचायत की अध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह और नगर निगम की एल्डरमैन शकुंतला पाण्डेय नें उक्त परिवार से अस्पताल पंहुच कर मुलाकात की। और मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद अस्पताल के सिविल सर्जन से फोन पर चर्चा की । जिसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष नें ऐेसी घटनाओ पर अपनी कडी आपत्ति जताते हुए पण्डो परिवार के युवक का जल्द आपरेशन करने की बात कही । इधर मामला तो तूल पकडता देख जिला अस्पताल प्रबंधन नें युवक का बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के इलाज कराया । जिसमे पण्डो परिवार के खेलसाय के पैर में लगी राड को निकालने के लिए सफल आपरेशन हो सका। लेकिन इस आपरेशन की खास बात यह थी कि आपरेशन उसी डाक्टर ने किया जो रुपया ना मिलने के कारण पहले आपरेशन करने से मना कर रहा था और बाद में उसे रिफर कर चुका था।  फिलहाल पोर्टल में प्रकाशित खबर और कुछ जनप्रतिनिधियो की तत्परता के कारण खेलसाय का आपरेशन तो हो गया । लेकिन सवाल तो ये है कि आखिर ऐसे डाक्टरो को जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन आखिर कब तक बचाता रहेगा।

 

जिला अस्पताल के डाक्टर कैसे करते है मनमानी.. इस लिंक में पढिए  https://fatafatnews.com/ambikapur-district-hospital-doctors-are-not-the-end-of-the-arbitrary/