- शरारती तत्वों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अम्बिकापुर
निगम द्वारा ट्रांसपोर्टनगर में समतलीकरण के नाम पर शनिवार से कचड़ा डंपिंग करने पहुंचे ट्रेक्टर चालकों को विरोध का सामना करना पड़ा। वार्डवासियों का कहना था कि कचड़ा डम्पिंग से यहां बदबू और गंदगी का अम्बार हो जायेगा, जिससे कई तरह की बीमारी फैल सकती है। कचड़ा डम्पिंग नहीं होने देने की सूचना ट्रेक्टर चालकों ने निगम के अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे सफाई विभाग के अधिकारी वार्डवासियों को समझा रहे थे कि समतलीकरण के लिये प्रशासन के द्वारा निर्देश दिया गया है और ट्रांसपोर्टनगर में बने गड्ढों में 4 फीट और गढ्डा खोद कचड़ा डालकर उस पर मिट्टी डालकर पाट दिया जायेगा, जिससे गंदगी फैलने की बात ही नहीं है।अधिकारियों के समझाईश के बीच कुछ शरारती तत्व हो हल्ला मचाने लगे। सूचना पर अम्बिकापुर एसडीएम व पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और शरारती तत्व को गिरफ्तार कर लिया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के समझाईश पर वार्डवासी मान गये और कचड़ा डम्पिंग शुरू हो सका।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अजय कुमार पांडेय ने बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर के 65 एकड़ जमीन में टीपी नगर बसाने के लिये समतलीकरण किया जाना है। समतलीकरण के लिये अगर गड्ढा खोद उसमें कचड़ा डाला जायेगा और खोदे हुये मिट्टी को ऊपर से पाट दिया जायेगा तो निगम को समतलीकरण करने में कम लागत लगेगी। इसी के मद्देनजर आज से ट्रांसपोर्टनगर में कचड़ा डम्पिंग प्रारंभ किया गया है। पूर्व में कचड़ा लक्ष्मीपुर में डम्पिंग किया जा रहा था, जहां सेनेट्री पार्क विकसित करना है। इसलिये वहां अब कचड़ा डम्पिंग नहीं किया जा सकता है। साथ ही बताया कि नगर में लगभग सभी वार्डों एसएलआरएम सेंटर खुले हैं, जिसे वार्ड के अधिकांश कचड़े एसएलआरएम सेंटर में ही रख दिये जाते हैं और बचे खुचे कचड़ों को ही यहां डम्पिंग किया जा रहा है।