मणिपुर वायरल वीडियो मामले में पुलिस का एक्शन, 14 लोगों की हुई पहचान; अब तक 7 आरोपी गिरफ्तार

मणिपुर. मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हैवानियत के मामले पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. पुलिस ने इस मामले में 14 और लोगों की पहचान कर ली है, जबकि अब तक इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक ओर सदन में विपक्ष और केंद्र मणिपुर को लेकर आर पार के मूड में हैं. दूसरी तरफ मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हैवानियत के मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है.

19 जुलाई को सामने आया था 26 सेकंड का वीडियो

मणिपुर पुलिस ने दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न संबंधी वीडियो के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पुलिस चार मई को कांगपोकपी जिले में हुई इस घटना के वायरल हुए वीडियो के संबंध में छह लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. इन दोनों महिलाओं का कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया गया था और घटना का 26 सेकंड का वीडियो 19 जुलाई को सामने आया था, जिसके बाद से ही पुलिश एक्शन में नजर आ रही है.

मणिपुर हिंसा में अब तक 160 से ज्यादो लोगों की मौत

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन हुआ. उसके बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे पहाड़ी जिलों में रहते हैं.

मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में गतिरोध बरकरार

मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में गतिरोध बरकरार है और आज भी हंगामे के आसार नजर आ रहे हैं. इससे पहले सोमवार को भी संसद में जबरदस्त हंगामा हुआ था. संसद में हंगामे के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार मणिपुर पर चर्चा कराने को तैयार नहीं है. हमें सरकार से सवाल पूछने का हक है. इस पर अमित शाह ने कहा हम चर्चा के लिए तैयार हैं. विपक्ष क्यों चर्चा करने देना नहीं चाहता है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी विपक्ष पर हमला बोला और कहा कि विपक्ष मणिपुर पर चर्चा से भाग रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस बंगाल और राजस्थान पर चुप क्यों है.